कर्नाटक में कोविड-19 टीकाकरण अभियान के नियमों का उल्लंघन कर राज्य के कृषि मंत्री बीसी पाटिल और उनकी पत्नी को घर पर ही टीका लगाने को लेकर संबंधित स्वास्थ्य अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की निदेशक (कर्नाटक) अरूंधति चंद्रशेखर ने हावेरी के प्रजनन और बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम अधिकारी डॉ. जयांनद एम को कारण बताओ नोटिस भेजकर पूछा है कि नियमों का उल्लंघन क्यों किया गया. निदेशक ने कहा कि भारत सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार टीकाकरण निर्धारित अस्पतालों में ही किया जाना चाहिए और बैठकों में बार बार यह कहा गया है. उन्होंने कहा कि उसके बाद भी नियम का उल्लंघन किया गया और स्वास्थ्य विभाग की बदनामी की गई. उनका कहना है कि अगर प्रजनन एंव बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम अधिकारी दोषी पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
इस बीच स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा है कि किसी को भी घर पर टीका नहीं लगवाना चाहिए, क्योंकि निगरानी करना या प्रतिकूल प्रभाव की स्थिति में उपचार करना मुश्किल हो जाएगा. स्वास्थ्य मंत्री डॉ. के सुधाकर समेत विभिन्न वर्गों द्वारा आलोचना किये जाने के बावजूद पाटिल ने कहा कि घर पर टीका लगवाने में कुछ भी गलत नहीं था. 64 वर्ष के पाटिल और उनकी पत्नी ने टीकाकरण अभियान के दूसरे चरण के दूसरे दिन मंगलवार को टीका लगवाया था. दरअसल, देशभर में कोरोना वायरस को मात देने के लिए टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है. एक मार्च से टीकाकरण का दूसरा चरण शुरू हो गया है. इसके तहत बुजुर्गों को टीका लगाया जा रहा है.