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कलेक्टर और एसपी को नोटिस, मचा हड़कंप, जानें पूरा मामला

jantaserishta.com
5 Aug 2022 10:36 AM GMT
कलेक्टर और एसपी को नोटिस, मचा हड़कंप, जानें पूरा मामला
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न्यूज़ क्रेडिट: हिंदुस्तान

खंडवा: मध्यप्रदेश के खंडवा में 27 जुलाई को आदिवासी समाज की तीन सगी बहनों का शव पेड़ पर लटका हुआ मिला था। मामले में संज्ञान लेते हुए राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग ने खंडवा कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से जवाब तालाब किया हैं। आयोग ने कहा है कि एसपी और कलेक्टर इस मामले में 3 दिन के अंदर अपनी रिपोर्ट आयोग को स्वयं या प्रतिनिधि के माध्यम से दे। अगर उन्होंने यह रिपोर्ट तय समय पर नहीं दी तो आयोग अपनी शक्तियों का प्रयोग कर सकता हैं। बता दें कि देश भर में आदिवासी समाज को लेकर सरकार बेहद गंभीर हैं।

खंडवा के जवार थाना क्षेत्र के ग्राम कोटघट में आदिवासी समाज की तीन सगी बहनों के शव 26-27 जुलाई की रात एक खेत में नीम के पेड़ पर लटके मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी। इस घटना को लेकर तरह तरह के सवाल उठने लगे थे। हालांकि पलिस शुरुआती जाँच पड़ताल से ही ऐसे आत्महत्या का मामला मान रही थी। पुलिस ने शवों का पोस्टमार्टम करा कर परिजनों को सौप दिया था। पुलिस ने इस मामले में बारीकी से तफ़्सीर की। इस मामले में एक कॉन्फ्रेंस कर पुलिस अधीक्षक ने बताया था कि यह मामला पूरी तरह से आत्महत्या का हैं। खंडवा पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह के मुताबिक इस मामले का खुलासा हो गया है।
उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले कोटाघाट में रात को तीन सगी बहनों सोनू, सावित्री और ललिता ने एक साथ फांसी लगा ली थी। बड़ी बहन सावित्री कुछ ही दिन पहले मायके आई हुई थी। जावर पुलिस ने मामला दर्ज किया और जांच शुरू की। सोनू के मोबाइल की कॉल डिटेल्स और व्हाट्सएप मैसेज खंगाले गए और उससे यह पता चला कि भाभी से तीनों बहनों का विवाद चल रहा था। भाभी ने गेहूं पर ताला लगा दिया था, इस वजह से तीनों ने एक साथ फांसी लगा ली। भाभी न तो गेहूं देती थी और न ही खेत पर काम करने जाने देती थी, इससे वह परेशान थी।
इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा था कि इस घटना के पीछे अलग-अलग कारण सामने आ रहे हैं। निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। वहीं सरकार की ओर से वन मंत्री विजय शाह ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की थी। उन्हें हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया था। खंडवा कलेक्टर अनूप कुमार ने बताया कि अभी उनकी जानकारी में नहीं है कि आयोग द्वारा कोई नोटिस जारी किया गया हैं उन्होंने कहा कि अगर नोटिस आया है तो उसका तय समय सिमा में जवाब दिया जाएगा। मामला पूरी तरह से आत्महत्या का है जिसकी जाँच खंडवा पुलिस द्वारा कर ली गई हैं।


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