नोएडा: यातायात पुलिस को बॉडी वार्न कैमरे मिलेंगे. इनकी फुटेज का बैकअप स्टोर करने के लिए जल्द ही अलग सर्वर स्थापित होगा. इससे पुराना रिकॉर्ड भी जल्द मिल जाएगा. कैमरों से पुलिसकर्मियों पर लगने वाली शिकायतों की सच्चाई का पता चल सकेगा.
डीसीपी यातायात अनिल कुमार यादव ने बताया कि 30 नए बॉडी वार्न कैमरे खरीदे जाएंगे, जो वाईफाई समेत अन्य आधुनिक तकनीकों से लैस होंगे. यातायात पुसि कर्मियों पर आरोप लगने के कारण विभाग की छवि धूमिल होती है. इसे देखते हुए मुख्यालय को आधुनिक तकनीक वाले बॉडी वार्न कैमरे खरीदने का प्रस्ताव बनाकर भेजा गया था. इस पर सहमति मिल गई है. करीब सात लाख रुपये से 30 बॉडी वार्न कैमरों की खरीदारी की जाएगी. इसके अलावा बॉडी वार्न कैमरे के लिए अलग से सर्वर भी तैयार किया जाएगा. आगामी कुछ दिनों बॉडी वार्न कैमरे की खरीदारी की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी. सर्वर के लिए भी स्थान का चिन्हित किया जा रहा है. जल्द ही इस पर भी काम शुरू कर दिया जाएगा.
बॉडी वॉर्न कैमरे की खासियत: बॉडी वॉर्न कैमरा छोटा सा डिवाइस होता है. इसे वर्दी के ऊपर कंधे के पास फिट किया जाता है. इस कैमरे में लैंस लगा होता है, जिसे चारों दिशाओं में घुमाया जा सकता है यानि किसी भी एंगल से रिकॉर्डिंग हो सकती है. कैमरे का डाटा 15 दिन तक स्टोर हो सकता है. इन कैमरों को जीपीएस (ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम) और जीपीआरएस (जनरल पॉकेट रेडियो सर्विस) द्वारा सीधे कंट्रोल रूम से जोड़ा जा सकता है. वहां बैठे अधिकारी किसी भी वक्त हर जवान की गतिविधि ऑनलाइन देख सकते हैं.