x
फोन करने के लिए फर्जी आईडी से सिम कार्ड लेकर इस्तेमाल किया जाता था।
नोएडा: नोएडा पुलिस ने फर्जी कॉल सेंटर खोलकर ठगी करने वाले तीन शातिर आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपी प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, मिनिस्ट्री ऑफ फाइनेंस, फाइनेंस लोन हब व अन्य बैंकों से लोन दिलाने के नाम पर लोगों से फाइल चार्ज, ईसीएस चार्ज व जीएसटी के नाम पर पैसा लेकर करोड़ों रुपए की ठगी कर चुके हैं। फोन करने के लिए फर्जी आईडी से सिम कार्ड लेकर इस्तेमाल किया जाता था। इनके कब्जे से 5.13 लाख रुपए कैश, ठगी में प्रयुक्त इलेक्ट्रॉनिक सामान, कागजात व दोपहिया वाहन बरामद किए गए हैं। इनकी पहचान दीपक कुमार, विकास सिंह और शाहरुख के रूप में हुई है। तीनों को एच-2 सेक्टर-63 से गिरफ्तार किया गया है।
डीसीपी सेंट्रल अनिल यादव ने बताया कि आरोपी लोगों को फंसाने लिए फेसबुक, इंस्टाग्राम और अन्य सोशल मीडिया नेटवर्क पर लोन के लिए विज्ञापन डालते थे। विज्ञापन के जरिए जैसे ही कोई इनसे संपर्क करता था। उसे लोन के लिए अप्लाई करने को कहते थे। इसके बाद लोन अप्रूव के फर्जी लेटर तैयार करते थे। जिसके बदले ये कॉलर से लोन कराने के कमीशन और प्रोसेसिंग फीस के नाम पर पैसा लेते थे। पहचान छिपाने के लिए आरोपी फर्जी खातों का सहारा लेते थे। खाते 20 से 25 हजार रुपए में खरीदे जाते थे। जिसमें लोगों से प्रोसेसिंग फीस व अन्य तरीके से पैसे ट्रांसफर करवाए जाते थे।
इन खातों को तीन से चार महीने तक ऑपरेट करने के बाद बंद कर देते थे। इसके बाद नया खाता खोलते थे। एक बार पैसा आने पर मोबाइल बंद कर देते थे। इस गैंग ने फर्जी तरीके से करोड़ों रुपए कमाए हैं। जिनसे तीनों ने दो फ्लैट, दुकान और दो पहिया वाहन भी खरीदे हैं।
डीसीपी ने बताया कि इनके खातों की जांच की जा रही है कि अब कितने करोड़ रुपये का फ्रॉड कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि तीनों का काम बंटा हुआ था। इसमें शाहरुख लोगों को कॉल करने का काम करता था। जब कोई व्यक्ति लोन लेने के लिए तैयार होता है तो दीपक और विकास कागजात का वेरिफिकेशन कर फर्जी अप्रूवल लेटर दिखाकर रुपये ट्रांसफर करा लेते थे।
jantaserishta.com
Next Story