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सरकार कितना भी दमन कर ले हम अपना जंगल- अपनी जमीन नहीं छोड़ेंगे: Prathamesh Mishra

Gulabi Jagat
8 Dec 2024 2:55 PM GMT
सरकार कितना भी दमन कर ले हम अपना जंगल- अपनी जमीन नहीं छोड़ेंगे: Prathamesh Mishra
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Bilaspur, छत्तीसगढ़। हसदेव अरण्य बचाओ संघर्ष समिति के द्वारा ग्राम हरिहरपुर में आयोजित आदिवासी, किसान सम्मेलन में स्थानीय ग्रामीणों ने कहा कि सरकार को जितना दमन करना है, जेल में डालना है डाल दे लेकिन हम अपना जंगल जमीन नहीं छोड़ेंगे। मर जाएंगे लेकिन अदानी कंपनी को अपना जंगल जमीन नहीं देंगे। हमारी ग्रामसभा ने कभी कोई सहमति नहीं दी है सरकार जबरन हम आदिवासियों से सब कुछ छीनकर कंपनी को सौंप रही है।
बिलासपुर से 250 किलोमीटर की 15 दिन की हसदेव नदी - जंगल बचाओ
पदयात्रा का स
मापन आज हरिहरपुर में हुआ। इस अवसर पर आदिवासी, किसान सम्मेलन के रूप में सभा का आयोजन किया गया जिसमें प्रदेश भर से पर्यावरणीय संवेदनशील नागरिक और आदिवासी अधिकारों के लिए कार्यरत सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हुए। पदयात्रा में शामिल प्रथमेश मिश्रा, राधेश्याम शर्मा, अजय आयल सिंघानी, निर्मला नायक आदि पदयात्रियों का ग्रामीणों ने स्वागत किया।


सभा को संबोधित करते हुए प्रथमेश मिश्रा ने कहा कि यह लड़ाई सिर्फ हसदेव के साथियों की नहीं बल्कि पूरे प्रदेश की है। यदि यह जंगल खत्म हो गया तो जांजगीर से लेकर सरगुजा तक पानी का गंभीर संकट पैदा हो जायेगा। डॉक्टर सत्यजीत साहू ने कहा कि यह लड़ाई मानवता को बचाने की है। हम सभी इस लड़ाई में साथ है और इसे अवश्य जीतेंगे। संयोजक उमेश्वर सिंह आमों ने कहा कि इधर हमारे बूढ़ा देव के पवित्र स्थान को नष्ट किया उधर अमेरिका में अदानी कंपनी पर अपराध दर्ज हो गया। प्रकृति सबके साथ न्याय करती है और एक दिन इस अन्यायी कंपनी और सत्ता को धूल में मिला देगी बस हमें धैर्य के साथ अप
नी लड़ाई को जा
री रखना है। आलोक शुक्ला ने कहा कि संवैधानिक ग्रामसभा, छत्तीसगढ़ विधानसभा के हसदेव को बचाने के संकल्पों को कुचलकर भाजपा सरकार हसदेव के जंगलों का विनाश कर रही है। यह लड़ाई अब सिर्फ हसदेव में नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में लड़ी जाएगी। डॉक्टर उदयभान सिंह ने कहा कि हमने राज्य निर्माण के लिए आंदोलन किया है और छत्तीसगढ़ राज्य बनाया है लेकिन इसके अस्तित्व से खिलवाड़ होने नहीं देंगे। प्रदेश की प्राकृतिक संपदा को पूंजीपतियों को लूटने के खिलाफ खुलकर लड़ेंगे सत्ता चाहे किसी की भी हो। राधे श्याम शर्मा ने घोषणा की जब तक न्यायपालिका से न्याय नहीं मिलेगा वह अन्न ग्रहण नहीं करेंगे।
पदयात्रा के समापन और सम्मेलन के पश्चात खदान के लिए काटे गए वृक्षों के स्थान पर एक वृक्ष छत्तीसगढ़ महतारी के नाम तुम काटोगे हम लगाएंगे के नारे के साथ पदयात्रियों और ग्रामीणों ने साल के पौधों का पौधरोपण किया। सम्मेलन में एकता परिषद के रघुवीर प्रधान, अजमत राष्ट्रीय युवा संगठन, रविशंकर सिंह, संतोष सिंह, महेश चौधरी, सुषमा पटनायक, नेहरू बसना से शामिल हुए। पदयात्रा में प्रथमेशसविता बिलासपुर, राधेश्याम शर्मा, निर्मला नायक, जॉन बोदरा, मिथिलेश बघेल, चंद्रप्रदीप बाजपेयी, रतीष श्रीवास्तव, निलोत्पल शुक्ला, सौरभ गुरु तिवारी, संजय सिंघानी, केसी कंवर, अभिषेक मिश्रा अकलतरा, विनय गुप्ता पामगढ़, ललित बघेल अमरताल, डा. हेमंत कश्यप किरारी अकलतरा, योगेश गुप्ता, अजय रजक बिलासपुर, राहुल राय पामगढ़ आदि उपस्थित थे।
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