गोपालगंज। बिहार में कोरोना का कहर दिन पर दिन बढ़ता ही जा रहा है. कोरोना की वजह से रोजाना कई लोगों की मौत हो रही है. संक्रमण ने किसी का सुहाग छीन लिया तो किसी का बेटा. ताजा मामला बिहार के गोपालगंज जिले का है, जहां मंगलवार को दिल दहला देने वाली घटना सामने आई. दरअसल, गोपालगंज के सदर अस्पताल में डॉक्टर मंगलवार को हड़ताल पर थे. इस दौरान एक युवक को उसकी पत्नी और बहनें गोद में लेकर इलाज के लिए पहुंचीं. डॉक्टर के वार्ड में नहीं होने की वजह से बहने डॉक्टर को ढूंढने लगीं. इधर, डॉक्टर को ढूंढते-ढूंढते पत्नी की गोद में ही युवक ने दम तोड़ दिया. मृतक युवक की पहचान जिले के नगर थाने के सरेया मोहल्ले के वार्ड तीन निवासी स्व. सुकुट शर्मा का इकलौते बेटे प्रदीप शर्मा के रूप में की गई है.
परिजनों के मुताबिक एक साल पहले ही प्रदीप की शादी हुई थी. पिछले कुछ दिनों से उसे सांस लेने में तकलीफ हो रही थी. लेकिन मंगलवार को अचानक स्थिति बिगड़ने पर परिजन उसे निजी अस्पतालों में लेकर गए. लेकिन बेड खाली नहीं होने के कारण उसे भर्ती नहीं लिया गया. थक-हार कर परिजन सदर अस्पताल में पहुंचे, जहां डॉक्टरों के हड़ताल पर जाने की जानकारी मिली. हड़ताल होने के बावजूद परिजन डॉक्टर को ढूंढने पहुंचे, लेकिन इलाज के अभाव में पत्नी की गोद में ही प्रदीप शर्मा ने दम तोड़ दिया. इस घटना के बाद मृतक के परिजनों आक्रोशित हो गए और सरकारी तंत्र को जमकर कोसा. मृतक के चचेरे भाई अनिल कुमार शर्मा ने कहा कि डॉक्टरों को खोजने में समय लगा, इस वजह से उसकी मौत हो गई. किसी ने ध्यान नहीं दिया. सिविल सर्जन से कहा गया उन्होंने भी संज्ञान नहीं लिया.