बिहार में एक बार फिर लालू राज लाना चाहते हैं नीतीश कुमार : संजय जायसवाल
बिहार। बिहार में बीजेपी को अकेला छोड़कर आरजेडी से हाथ मिला नीतीश कुमार ने बड़ा सियासी खेला किया है. वे आठवीं बार मुख्यमंत्री भी बन गए हैं और राज्य में एक बार फिर महागठबंधन सरकार भी लौट आई है. राजनितिक जानकार मानकर चल रहे हैं कि नीतीश कुमार के जाने से बीजेपी को बिहार में बड़ा नुकसान होगा. आगामी लोकसभा चुनाव में भी पार्टी को कई सीटों का नुकसान संभव है. लेकिन उसी नुकसान की भरपाई के लिए एक्शन मोड में आ गए हैं कि बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह.
कल दिल्ली में बीजेपी कोर कमेटी की एक अहम बैठक हुई थी. उस बैठक में दोनों जेपी नड्डा और अमित शाह पहुंचे थे. बिहार बीजेपी के कई बड़े नेता भी मीटिंग में आए थे. बैठक का उदेश्य बिहार की वर्तमान स्थिति को समझना और तमाम तरह की चुनौतियों से पार पाना था. इसके अलावा पार्टी ने इस बात पर भी जोर दिया कि 2024 के लोकसभा चुनाव में पार्टी को हर कीमत पर 35 सीटें जीतनी हैं. जानकारी के लिए बता दें कि बिहार में कुल 40 लोकसभा की सीटें आती हैं. 2019 के चुनाव में बीजेपी ने जेडीयू के साथ मिलकर क्लीन स्वीप किया था और 39 सीटें जीतने में कामयाब रहे थे. लेकिन अब जमीन पर स्थिति बदल गई है, नीतीश कुमार महागठबंधन के साथ चले गए हैं.
बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए बिहार बीजेपी अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा है कि महागठबंधन की सरकार लोगों को धोखा देकर बनाई गई है. बीजेपी इसके खिलाफ लड़ने वाली है. पार्टी का एक ही लक्ष्य है, 2024 के लोकसभा चुनाव में 35 सीटें जीतनी हैं. संजय जायसवाल ने इस बात पर भी जोर दिया कि नीतीश कुमार ने महागठबंधन से हाथ सिर्फ इसलिए मिलाया है, क्योंकि वे राज्य में एक बार फिर लालू राज लाना चाहते हैं.
वैसे बीजेपी जरूर 35 सीटें जीतने का दावा कर रही है, लेकिन कुछ दिन पहले आजतक ने सी वोटर के साथ मिलकर एक सर्वे किया था, उसमें कहा गया था कि अगर आज चुनाव होते हैं तो बीजेपी को बिहार में सिर्फ 14 सीटें मिलेंगी, वहीं महागठबंधन का आंकड़ा 26 तक पहुंच जाएगा.