आरसीपी सिंह ने कहा कि वो नीतीश को पलटूराम नहीं कहेंगे, क्योंकि इसमें राम शब्द जुड़ा हुआ है. कार्यकर्ताओं से मुलाकात के अभियान पर निकले आरसीपी सिंह ने छपरा जाने के क्रम में पत्रकारों से बातचीत की और कई तरह की भविष्यवाणी कीं. आरसीपी ने साफ किया कि बहुत जल्द जदयू का राजद में विलय हो जाएगा. इसकी कोशिशें जारी हैं.
उन्होंने आगे कहा कि नीतीश कुमार के पास कोई विकल्प नहीं हैं. राजनीति में संख्या बल का महत्व है. इस मोर्चे पर नीतीश कुमार कमजोर हैं. आरसीपी ने चुटकी लेते हुए कहा कि देखिए ना अब तो नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव को अपना राजनीतिक उतराधिकारी भी घोषित कर दिया है. अब तो बस दोनों दलों के दिल मिलने में औपचारिकता ही बाकी रह गई है. यानी विलय होना तय है. आरसीपी सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार झूठ बोल रहे हैं कि मैं खुद से मंत्री बनने गया था. आरसीपी सिंह ने कहा कि जब मैं मंत्री अपने मन से बना था, तब राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में तमाम लोगों ने मुझे मंत्री बनने पर बधाई क्यू दी थी. मुख्यमंत्री ने भी मुझसे मंत्री बनने के बाद कई बार मुलाकात की. कभी भी बोल देते की आप मंत्री पद छोड़ दीजिए, उन्होंने क्यूं नहीं बोला.
आरसीपी ने आगे कहा कि नीतीश कुमार उत्तर प्रदेश चुनाव परिणाम के बाद से ही एनडीए से अलग होना चाहते थे. लेकिन कोई बहाना नहीं मिल रहा था. इसलिए पार्टी तोड़ने का नया बहाना बना दिया और किनारे हो गए. जब से मैं बिहार आया किसी विधायक से कोई मुलाकात नहीं हुई है. उन्होंने आगे कहा कि कोई कार्यकर्ता भी आता था तो उसे पत्र लिखकर मना किया जाता था. सीएम पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने सबसे बड़ी राजनीतिक बेईमानी की है, जिसे जनता माफ नहीं करेगी. वोट किसके नाम पर लिया और सरकार किसी के साथ बना ली गई है.