नितिन गडकरी ने बताया क्यों देश को फ्लेक्स फ्यूल वाली गाड़ियों को अपनाने की जरूरत
दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों से हर देश चिंतित है. वहीं, भारत भी इससे निपटने के विकल्प तलाश रहा है। इसी क्रम में सोमवार को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि देश में फ्लेक्स फ्यूल को बढ़ावा देने की जरूरत है ताकि तेल पर हमारी बढ़ती निर्भरता को कम किया जा सके. सियाम (सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गडकरी ने कहा कि विमानन क्षेत्र को भी विमानन ईंधन की उच्च लागत के कारण समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। नितिन गडकरी के मुताबिक हर साल कच्चे तेल की कीमतों में भारी मात्रा में उतार-चढ़ाव बहुत सारी समस्याएं पैदा कर रहा है। इसलिए देश को 100 फीसदी फ्लेक्स फ्यूल व्हीकल अपनाने की दिशा में काम करना चाहिए। फ्लेक्स-फ्यूल वाहन गैसोलीन और अन्य ईंधन के मिश्रण पर चल सकते हैं। आमतौर पर पेट्रोल और इथेनॉल या मेथनॉल के मिश्रण का उपयोग किया जाता है। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने बताया कि भारत में 40 प्रतिशत प्रदूषण जीवाश्म ईंधन के उपयोग के कारण है।
मंत्री ने भारत में रोजगार के अवसर पैदा करने में ऑटोमोबाइल उद्योग की भूमिका की भी सराहना की। इस पर नितिन गडकरी का कहना है कि ऑटोमोबाइल सेक्टर भारत में 4 करोड़ से ज्यादा लोगों को रोजगार देता है। यह सरकार को अधिकतम जीएसटी का भुगतान भी करता है। इसके अलावा भारत में ऑटोमोबाइल कंपोनेंट के निर्यात की भी काफी संभावनाएं हैं।