लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने मंगलवार (8 अगस्त) को बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे की टिप्पणियों को रिकॉर्ड से नहीं हटाए जाने के मुद्दे पर स्पीकर ओम बिरला से मुलाकात की। सूत्रों के मुताबिक अधीर रंजन ने कांग्रेस सांसदों शशि थरूर, गौरव गोगोई, मनिकम टैगोर और के सुरेश के साथ स्पीकर से मुलाकात की। इस मामले पर INDIA के विपक्षी दलों के नेताओं ने भी स्पीकर से चर्चा की।
दरअसल, इस मुद्दे पर सुबह लोकसभा की कार्यवाही तब स्थगित कर दी गई जब विपक्षी सांसदों ने सोमवार की बहस के एक हटाए गए हिस्से को दोबारा रिकॉर्ड किए जाने का कड़ा विरोध किया। जब सदन की बैठक शुरू हुई, तो अधीर रंजन चौधरी ने निशिकांत दुबे द्वारा की गई टिप्पणियों के हटाए गए हिस्से को दोबारा दर्ज किए जाने का मुद्दा उठाया।
न्यूज़क्लिक को 38 करोड़ की फंडिंग मिली- दूबे
सोमवार को सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा में न्यूयॉर्क टाइम्स की एक मीडिया रिपोर्ट का मुद्दा उठाया था जिसमें दावा किया गया था कि वेब पोर्टल 'न्यूज़क्लिक' को 38 करोड़ रुपये की फंडिंग मिली है और इस पैसे का इस्तेमाल भारत विरोधी माहौल बनाने के लिए किया गया है।
निशिकांत दुबे ने लगाए गंभीर आरोप
निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया है कि न्यूज़क्लिक भारत विरोधी 'टुकड़े-टुकड़े' गिरोह का सदस्य है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि सरकार फंडिंग के लाभार्थियों की जांच करे। वहीं, विपक्ष के हंगामे के बीच दुबे ने आरोप लगाया, "2005 से 2014 के बीच, चीनी सरकार ने कांग्रेस को पैसे दिए हैं, कांग्रेस भारत को बांटना चाहती है।" बाद में लोकसभा सचिवालय की ओर से जारी एक मेल में कहा गया कि दुबे के भाषण के कुछ हिस्से को रिकॉर्ड से हटा दिया गया है।
हालांकि, देर शाम इन हटाए गए हिस्सों के कुछ अंश लोकसभा की वेबसाइट पर अपलोड कर दिए गए। अधिकारियों ने मीडिया को बताया कि वेबसाइट पर जो कुछ भी अपलोड किया गया था वह अंतिम था। सूचना और प्रसारण मंत्री और बीजेपी नेता अनुराग ठाकुर ने समाचार पोर्टल की फंडिंग पर न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट का हवाला देते हुए सोमवार को आरोप लगाया कि चीन, न्यूज़क्लिक वेबसाइट और कांग्रेस एक दूसरे से जुड़े हुए हैं।