नई दिल्ली । दिल्ली के चर्चित निक्की हत्याकांड में लगातार नए खुलासे हो रहे हैं। मुख्य आरोपी साहिल ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि उसने चार अन्य लोगों के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया। इनमें उसके पिता चचेरे भाई और दोस्त शामिल हैं। वहीं मित्राऊं स्थित ढाबे के फ्रिज में उसने अपने चचेरे भाई और दोस्त की मदद से शव को छिपाया था। आमने सामने की पूछताछ में सभी आरोपियों ने मुख्य आरोपी साहिल की बात को स्वीकार किया है। पुलिस पहले से ही फ्रिज को सीज कर फोरेंसिक जांच के लिए भेज चुकी है। पुलिस इस फ्रिज पर मिले फिंगर प्रिंट का आरोपियों के फिंगर प्रिंट से मिलान कर रही है। आरोपी साहिल ने बताया कि यह वारदात पूर्व नियोजित थी।
इसलिए वारदात से पहले ही कश्मीरी गेट पर उसके चचेरे भाई और दोस्त पहुंच गए थे। वहां उसने निक्की की हत्या की और शव को कहीं सड़क पर ठिकाने लगाने का प्रयास किया था। लेकिन बीच रास्ते में उसे ऐसी कोई जगह नहीं मिली। मजबूरी में वह शव लेकर मित्राऊं स्थित अपने ढाबे पर आ गया। चूंकि उसे दूसरी लड़की से शादी के लिए तत्काल घर पहुंचना था। इसलिए उसने अपने चचेरे भाई और दोस्त की मदद से आनन फानन में शव को ढाबे में रखे डीप फ्रीजर में रखा और वहां से चला गया था। पुलिस ने इस खुलासे के बाद साहिल के पिता विरेन्द्र सिंह भाई अशीष और नवीन दोस्त लोकेश और अमर को गिरफ्तार किया है।
आरोपी साहिल ने पुलिस की पूछताछ में बताया घर वालों के दबाव में आकर उसने कश्मीरी गेट आईएसबीटी के पास उसने निक्की की हत्या तो कर दी। लेकिन इससे वह घबरा गया। संयोग से हत्या के दौरान ही वहां से एक पुलिस की गाड़ी भी गुजरी थी। इससे वह पकड़े जाने के डर से घबरा गया। उस समय उसके चचेरे भाई और दोस्त ने ढांढस बंधाया और फिर इन लोगों ने कहीं नाले में शव को ठिकाने लगाने के लिए डिक्की में रख लिया। आरोपियों ने नजफगढ़ के नाले में शव को ठिकाने लगाने की योजना बनाई थी। लेकिन किसी कारणवश वह ऐसा नहीं कर पाए।