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नाइजीरियन को दबोचा गया, कारनामे सुनकर आप भी दंग रह जाएंगे

jantaserishta.com
11 Aug 2022 3:53 AM GMT
नाइजीरियन को दबोचा गया, कारनामे सुनकर आप भी दंग रह जाएंगे
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न्यूज़ क्रेडिट: हिंदुस्तान

आरोपी से एक ही फोटो वाले दो पासपोर्ट समेत कई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस बरामद किए गए हैं।

रुद्रपुर: एसटीएफ उत्तराखंड और साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन कुमाऊं परिक्षेत्र रुद्रपुर ने रानीखेत निवासी एक व्यक्ति से 60 लाख रुपये की साइबर ठगी करने के मुख्य आरोपी नाइजीरियन मूल के व्यक्ति को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। आरोपी से एक ही फोटो वाले दो पासपोर्ट समेत कई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस बरामद किए गए हैं।

गिरोह के अन्य सदस्य फरार होने में सफल रहे। उनके देश छोड़कर भागने की संभावना को देखते हुए दूतावास से संपर्क किया गया है।मुख्य आरोपी नाइजीरियन मूल के ओलिव(45) ने रानीखेत निवासी सुरेश आर्य से साठ लाख रुपये की साइबर ठगी की थी। बीते जनवरी माह में पीड़ित की शिकायत पर आरोपी ऑलिव के खिलाफ धारा 419, 420, 467, 468, 471, 120(बी) आईपीसी, 66(डी) आई एक्ट और 14 विदेशी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ उत्तराखंड अजय सिंह ने मामले की गम्भीरता को देखते हुए पुलिस उपाधीक्षक, एसटीएफ/ साइबर के नेतृत्व में मामले की विवेचना ललित मोहन जोशी प्रभारी निरीक्षक साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन कुमाऊं परिक्षेत्र को सौंपी और पुलिस टीम गठित करने के निर्देश दिए थे।
संयुक्त कार्रवाई के तहत नाइजीरियन मूल के ओलिव को दिल्ली के सफदरजंग एन्क्लेव से गिरफ्तार किया गया। ठग के कब्जे से दो अलग-अलग नामों से जारी पासपोर्ट भी बरामद हुए। दोनों पासपोर्ट में एक ही व्यक्ति की फोटो है। इसके अलावा दो लैपटॉप, आठ मोबाइल, सात सिम कार्ड, चार वाईफाई डोंगल, 16 पैन ड्राइव, एक कार्ड रीडर, तीन माइक्रो एसडी मैमोरी कार्ड और एक ब्लूटूथ डिवाइस भी बरामद हुई हैं।
निरीक्षक ललित मोहन जोशी ने बताया कि रानीखेत निवासी सुरेश आर्या से साइबर ठगों ने फेसबुक पर एक विदेशी महिला की प्रोफाइल बनाकर दोस्ती की। उसे एक लाख यूएस डॉलर भेजने की बात कही गई। इस रकम को प्राप्त करने के लिए कई प्रकार के शुल्क जैसे इंश्योरेंस बांड, हाईकोर्ट वैरिफिकेशन, आईएमएफ के चार्ज, एनईएफटी, आरटीजीएस चार्ज, केवाईसी शुल्क, क्लीनिंग शुल्क, कस्टम शुल्क आदि के नाम पर करीब साठ लाख एक हजार सात से 62 रुपये की धनराशि अलग-अलग खातों में जमा कराकर इस ठगी की घटना को अंजाम दिया गया।
पीड़ित का विश्वास जीतने के लिए एक साइबर ठग ने पीड़ित को दिल्ली बुलाकर एक होटल में मुलाकात भी की। ठगी करने के बाद साइबर ठगों ने अपनी फेसबुक आईडी को डिलीट कर दिया और सभी मोबाइल और ह्वाट्सएप नंबरों को बंद कर दिया। इस पर पीड़ित को ठगी का अंदेशा हुआ। पीड़ित ने शिकायत साइबर थाना कुमाऊं परिक्षेत्र, उत्तराखंड रुद्रपुर में दर्ज करायी।


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