पश्चिम बंगाल सरकार के मंत्री जाकिर हुसैन पर पिछले महीने मुर्शिदाबाद के एक रेलवे स्टेशन पर हुए बम हमले की जांच केंद्र सरकार ने एनआईए को सौंपी है। इस हमले में जाकिर हुसैन बुरी तरह से घायल हो गए थे और सीएम ममता बनर्जी ने उन पर हमले को गहरी साजिश बताया था। यही नहीं अस्पताल में मंत्री को देखने पहुंचीं ममता बनर्जी ने कहा था कि रेलवे स्टेशन रेल मंत्रालय का परिसर है और इस पर केंद्र को जवाब देना चाहिए। अब इस मामले की जांच होम मिनिस्ट्री ने स्वत: संज्ञान लेते हुए एनआईए को सौंप दी है। बता दें कि रेलवे ने इस मामले को लेकर कहा था कि टीएमसी की आंतरिक कलह के चलते यह हमला हुआ है।
इस मामले में पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से अभी कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। दरअसल एनआईए एक्ट के तहत केंद्र सरकार किसी भी राज्य के मामले को जांच के लिए एनआईए को सौंप सकती है। एनआईए ने एक्सप्लोसिव एक्ट, आपराधिक साजिश, हत्या के प्रयास और गंभीर रूप से जख्मी के आरोपों के तहत केस दर्ज कर लिया है। हालांकि अब तक किसी आतंकी हमले की बात नहीं कही गई है। मामले की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने कहा कि अभी किसी आतंकी हमले के आरोप की बात सामने नहीं आई है। लेकिन जांच में ऐसा कुछ पता चलता है तो फिर अन्य धाराएं भी जोड़ी जा सकती हैं।
बता दें कि हमले के बाद पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने किसी दल का नाम नहीं लिया था, लेकिन बीजेपी पर इशारों में हमला बोला था। ममता बनर्जी ने कहा था कि उन्हें पार्टी छोड़ने और अपने दल में शामिल होने का दबाव कुछ लोग बना रहे थे। एनआईए के अधिकारियों ने कहा कि एजेंसी की ओर से ममता बनर्जी सरकार को पत्र लिखकर मांग की जाएगी कि केस की सभी फाइलें एजेंसी को सौंपें। अब तक इस मामले में दो लोगों को हिरासत में लिया गया है और उनके आधार पर ही सबूतों को इकट्ठा कर जांच की गई है। एनआईए की एक टीम घटनास्थल का भी दौरा कर सकती है।