NIA की टीम ने फेक करेंसी केस में शशि भूषण कुमार नाम के एक युवक के घर छापेमारी
बिहार : रोहतास में डेमोक्रेट की टीम ने केसी केश में शशि भूषण नाम के एक युवा के घर कुमार का नाम रखा। टीम ने शशि घूंट से 6 घंटे तक पूछताछ की और अपने घर की खोज ली। इसके बाद टीम ने अपने साथ मोबाइल और लैपटॉप जब्त कर लिए। शनिवार के एहले सुबह बिजली कॉलोनी में फ़ाइक कैरेन्सी मामले में शशि ग्राहम की भूमिका संदिग्ध थी।
शशि वशीकरण के मोबाइल फोन और लैपटॉप अपने साथ लेकर चले गए
इस मामले में शशि भूषण की मां कंचन देवी ने बताया कि सुबह 6:00 बजे सिविल ड्रेस में कुछ लोगों के घर का दरवाजा खटखटाया जाता है। उनकी बेटी ने दरवाजा खोला तो सभी लोग घर के अंदर चले गए और सर्च में दिखाया गया कि घर की गहराई में चले गए। हमलोग जब तक समझ गए तब तक वह लोग बेटे शशि भूषण कुमार को डेट पर लेकर बाहर चले गए। फिर दोपहर 1:30 के आस-पास उनके बेटे को वापस घर लाया गया और उनके पूरे घर से भी पूछताछ की गई। इसके बाद शाम को वापस चला गया। कंचन देवी ने बताया कि चार-पांच कार से महिला और पुरुष अधिकारी आये थे। यूक्रेन के दौरान शशि वशेष के मोबाइल फोन और लैपटॉप अपने साथ लेकर चले गए।
फेक केस से जुड़े मामले में एनआईए ने की थी तलाश
शशि भूषण की मां कंचन देवी ने बताया कि उनका बेटा बेंगलुरु में इंडियन एयरलाइंस में नौकरी करने की तैयारी के लिए रह रहा था। और अभी कुछ महीने पहले अपना घर वापस आया था। प्राइवेट स्कूल में जॉब के लिए अप्लाई भी किया जाता है। कंचन देवी ने बताया कि बेंगलुरु में ही कुछ आकर्षक मंदिर हैं, जहां पुलिस अपने पुत्रों से पूछताछ करने के लिए यहां आई थी। लेकिन, मेरा बेटा ऐसे किसी केस में शामिल नहीं है। वह कुछ भी ऐसा नहीं कर सकती जो कानून की नजरों में गलत है। इस मामले में एनआईए और स्थानीय पुलिस के अधिकारियों ने भी कुछ नियुक्तियां की हैं।