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NIA ने बजरंग दल कार्यकर्ता की हत्या की जांच का जिम्मा संभाला

jantaserishta.com
25 March 2022 2:45 AM GMT
NIA ने बजरंग दल कार्यकर्ता की हत्या की जांच का जिम्मा संभाला
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नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) (NIA) ने कर्नाटक पुलिस (Karnataka Police) से शिवमोगा में बजरंग दल कार्यकर्ता हर्षा की हत्या की जांच का जिम्मा संभाल लिया है. एक अधिकारी ने आज यह जानकारी दी. इसी साल फरवरी में हिजाब विवाद गर्माने के बाद शिवमोगा में बजरंग दल (Bajrang dal) के कार्यकर्ता हर्षा की हत्या कर दी गई थी. हत्या के बाद शिवमोगा के कुछ इलाकों में हिंसा भड़क गई थी. हत्या के आरोप में कई लोगों को गिरफ्तार किया गया था.

कर्नाटक पुलिस ने हत्या के मामले में दस लोगों, सभी मुसलमानों को आरोपी बनाया है. जबकि नौ आरोपियों की उम्र 20 से 23 साल के बीच है, जिनमें से एक की उम्र 30 साल है. 2 मार्च को, राज्य पुलिस ने 10 आरोपियों के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) की धाराओं को लागू किया था. NIA के अधिकारी जल्द ही शिवामोगा का दौरा करेंगे .वहीं, राज्य के अधिकारियों ने हर्षा हत्याकांड के मामले में सभी दस आरोपियों को बेंगलुरु के बाहरी इलाके में स्थित परप्पना अग्रहारा के सेंट्रल जेल में शिफ्ट करने का फैसला किया है. माना जा रहा है कि NIA जांच के लिए इन सभी आरोपियों की कस्टडी अपने हाथों में लेगी.
उधर, कर्नाटक के होन्नाली से बीजेपी विधायक रेणुकाचार्य ने बजरंग दल के कार्यकर्ता के परिवार वालों को 2 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है. पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि, 'हर्षा का जाना उनके अपने बेटे के खोने जैसा है. मैं उनके परिवार के साथ खड़ा हूं और उन्हें 2 लाख रुपये की सहायता राशि दे रहा हूं. बता दें हर्षा की चाकू व धारदार हथियारों से हत्या कर कर दी गई थी. इस घटना के विरोध में विरोध प्रदर्शन हुए थे और यहां कर्फ्यू भी लगाया गया था. बाद में मामले की जांच एनआईए (NIA) को दे दी गई थी. हर्षा ने अपने फेसबुक प्रोफाइल पर हिजाब के खिलाफ पोस्ट लिखी थी. उन्होंने भगवा शॉल का समर्थन किया था
हर्षा के खिलाफ 2016 से अब तक कम से कम तीन आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें दंगा करना और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना शामिल है. हिजाब विरोध का मुकाबला करने के लिए हिंदू छात्रों को भगवा स्कार्फ बांटने के साथ-साथ अल्पसंख्यकों के बारे में अपमानजनक टिप्पणी करने का भी आरोप है. इससे पहले केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री और कर्नाटक के बीजेपी नेता शोभा करंदलाजे ने 22 फरवरी को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर मामले की एनआईए जांच की मांग की थी.
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