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देश विरोधी काम कर रहा था न्यूज़क्लिक, आखिर किस मजबूरी में राहुल-ममता दे रहें है इनका साथ: बीजेपी

jantaserishta.com
4 Oct 2023 8:13 AM GMT
देश विरोधी काम कर रहा था न्यूज़क्लिक, आखिर किस मजबूरी में राहुल-ममता दे रहें है इनका साथ: बीजेपी
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नई दिल्ली: भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने न्यूज़क्लिक और इससे जुड़े पत्रकारों के खिलाफ की गई कानूनी कार्यवाही और गिरफ्तारी को उचित ठहराते हुए कहा कि पत्रकारिता का चोला ओढ़कर देश विरोधी काम नहीं किया जा सकता। यह देश के विरोधी देश से पैसा ले रहे थे।
उन्होंने विरोधी दलों पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर किस मजबूरी में राहुल गांधी, ममता बनर्जी और 'घमंडिया' गठबंधन के अन्य नेता इनका साथ दे रहे हैं। भाटिया ने न्यूज़क्लिक पर लगे आरोपों को राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा हुआ गंभीर आरोप बताते हुए कहा कि यह पूछा जाना चाहिए कि क्या पत्रकारिता का मुखौटा पहनकर आप देश के खिलाफ काम करेंगे।
उन्होंने कहा कि इस मामले में पुख्ता सबूत है, इसलिए मनी लॉन्ड्रिंग और यूएपीए के तहत मामला दर्ज हुआ है और कोर्ट ने न्यूज़क्लिक के फाउंडिंग मेंबर को पुलिस कस्टडी में भेज दिया है। भाजपा राष्ट्रीय मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए राष्ट्रीय प्रवक्ता भाटिया ने राहुल गांधी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि दुख की बात यह है कि जब न्यूज़क्लिक पर कार्रवाई होती है तो चीन से वित्त पोषित कुछ पत्रकार और नेता को बड़ा दर्द होने लगता है। विदेशी शक्ति भारत को कमजोर करने के लिए फंडिंग करती हैं और इस पर जब कार्रवाई की जाती है तो घमंडिया गठबंधन के कुछ नेता और पत्रकार हो-हल्ला मचाने लगते हैं। राहुल गांधी इनके बचाव में उतर जाते हैं। आखिर राहुल गांधी, ममता बनर्जी और घमंडिया गठबंधन के अन्य नेताओं की ऐसी क्या मजबूरी है जो ये इनके साथ खड़े हैं।
भाजपा प्रवक्ता ने याद दिलाया कि कांग्रेस पार्टी ने चीन से एमओयू किया था और दो करोड़ से ज्यादा रुपए लिए, जिसके बारे में भी अब तक कुछ नहीं बताया गया है। उन्होंने कहा कि भारत विरोधी किसी भी पत्रकार और नेता को बख्शा नहीं जाएगा। देश की जनता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जांच एजेंसियों के साथ है। कोई भी चीनी दलाल कानून से ऊपर नहीं है और कानून अपना काम कर रहा है।
तेजस्वी यादव के आरोप पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए भाटिया ने कहा कि जिसकी जैसी सोच है, वह वैसी ही बात करेंगे। मोदी सरकार में जांच एजेंसियां चुनाव को दिमाग में रखकर कार्रवाई नहीं करती है बल्कि वह कानून को ध्यान में रखकर कार्रवाई कर रही है।
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