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नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के अंग्रेजी अखबार में छपे लेख को लेकर बवाल मचा हुआ है। उन्होंने अपने आर्टिकल में ईस्ट इंडिया कंपनी और भारतीय राजघरानों को लेकर लिखा है। लेख पर मचे बवाल के बाद राहुल गांधी ने नया दावा किया है। उन्होंने कहा कि कई व्यवसायी उन्हें बता रहे हैं कि एक मंत्री उन्हें फोन करके पीएम मोदी और सरकार के बारे में अच्छी बातें बोलने के लिए मजबूर कर रहे हैं।
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया मंच X पर नया दावा किया है कि मेरे लेख के बाद, मुझे कई प्ले-फेयर व्यवसायी बता रहे हैं कि एक वरिष्ठ मंत्री उन्हें फोन कर रहे हैं और पीएम मोदी और सरकार के कार्यक्रमों के बारे में सोशल मीडिया पर अच्छी बातें कहने के लिए मजबूर कर रहे हैं। राहुल गांधी आगे लिखते हैं कि मैं नौकरियों का समर्थक हूं, व्यवसाय का समर्थक हूं, प्रतिस्पर्धा का समर्थक हूं और एकाधिकार विरोधी हूं। हमारी अर्थव्यवस्था तभी फलेगी-फूलेगी जब सभी व्यवसायों के लिए स्वतंत्र और निष्पक्ष स्थान होगा।
दरअसल, राहुल गांधी का बुधवार को अंग्रेजी दैनिक ‘इंडियन एक्सप्रेस’ में एक लेख छपा। जिसमें उनका कहना है कि ‘ईस्ट इंडिया कंपनी’ भले ही बहुत पहले खत्म हो गई हो, लेकिन उसने जो डर पैदा किया था, वह आज फिर से दिखाई देने लगा है और एकाधिकारवादियों की एक नयी पीढ़ी ने उसकी जगह ले ली है। इसमें उन्होंने कुछ ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य का उल्लेख भी किया था। उन्होंने लिखा है कि ईस्ट इंडिया कंपनी भारत में इसलिए फल-फूली, क्योंकि राजघरानों ने उन्हें ऐसा करने दिया। राजघरानों को डरा-धमकाकर और घूस खिलाकर ईस्ट इंडिया कंपनी ने भारत में अपनी जड़े जमाईं और व्यवसाय को आगे बढ़ाया।
उनके इस लेख पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘नफरत बेचने वालों को भारतीय गौरव और इतिहास पर व्याख्यान देने का कोई अधिकार नहीं है। भारत की समृद्ध विरासत के बारे में उनकी (राहुल की) अज्ञानता और उनकी औपनिवेशिक मानसिकता ने सभी सीमाएं पार कर ली हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यदि आप राष्ट्र के 'उत्थान' का दावा करते हैं, तो भारत माता का अपमान करना बंद करें और महादजी सिंधिया, युवराज बीर टिकेंद्रजीत, कित्तूर चेन्नम्मा और रानी वेलु नचियार जैसे सच्चे भारतीय नायकों के बारे में जानें, जिन्होंने हमारी आजादी के लिए जमकर लड़ाई लड़ी।’’ सिंधिया ने राजघराने से जुड़े इतिहास का हवाला देते हुए बृहस्पतिवार को दावा किया कि सिंधिया परिवार ने आमतौर पर अंग्रेजी हुकूमत के साथ सहयोग की नीति अपनाई थी।
वहीं, राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने राहुल गांधी के पूर्व राजपरिवारों पर टिप्पणी वाले लेख की निंदा करते हुए कहा है कि इस लेख के जरिए पूर्व राजपरिवारों की छवि को धूमिल करने के प्रयास किया गया है। दिया कुमारी ने गुरुवार को अपने बयान में कहा कि राहुल गांधी ने अंग्रेज़ी औऱ हिन्दी अखबारों में अपने लेख के माध्यम से पूर्व राजपरिवारों पर सारहीन आरोप लगाया है कि महाराजाओं को रिश्वत देकर अंग्रेजों ने भारत पर शासन किया। उन्होंने कहा कि इस लेख के जरिए पूर्व राजपरिवारों की छवि को धूमिल करने के प्रयास किया गया है जिसकी वह निंदा करती हैं।
I am pro-Jobs, pro-Business, pro-Innovation, pro-Competition. I am anti-Monopoly.Our economy will thrive when there is free and fair space for all businesses. pic.twitter.com/hySqQKpRdJ
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 7, 2024
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