बिहार के नए खान एवं भूतत्व विभाग के मंत्री जनक राम बुधवार को उस वक्त अपना आपा खो बैठे जब अपने विभाग का पदभार ग्रहण करने के लिए वह दफ्तर पहुंचे. हुआ यूं कि, बीजेपी नेता जनक राम ने मंगलवार को नीतीश कुमार सरकार में कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली और उसके बाद उन्हें खान एवं भूतत्व विभाग का प्रभार दिया गया. मंत्री जी बुधवार को अपने विभाग का कामकाज संभालने के लिए दफ्तर पहुंचे. मंत्री जी उम्मीद कर रहे थे कि उनका स्वागत करने के लिए विभाग की प्रधान सचिव हरजोत कौर समेत अन्य बड़े-बड़े अधिकारीगण मौजूद रहेंगे मगर ऐसा हुआ नहीं. मंत्री जनक राम कुछ देर तक प्रधान सचिव हरजोत कौर और अन्य अधिकारियों का इंतजार करते रहे मगर जब कोई नहीं आया तो थक हार कर, उन्होंने विभाग में काम करने वाले चतुर्थ वर्ग के चपरासी सतीश यादव से फूलों का गुलदस्ता स्वीकार किया और अपना पदभार ग्रहण किया. मंत्री जनक राम के साथ पदभार ग्रहण करते समय जो घटना घटी उसको लेकर वह काफी आहत नजर आए.
इस मसले पर मंत्री जनक राम ने कहा, "10 मिनट तक इंतजार करने के बाद मुझे एहसास हुआ कि प्रशासन पूरी तरीके से हावी है और इस nexus को तोड़ने से पहले मैं अपना स्वागत अपने विभाग के एक चपरासी से करवाना चाहता हूं जो मेरा भाई है." प्रधान सचिव हरजोत कौर का गैरमौजूदगी से जनक राम की नाराजगी यहीं पर कम नहीं हुई. मंत्री जी ने चेतावनी देते हुए कहा कि प्रधान सचिव हरजोत कौर ने जो हरकत की है इसके लिए उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जा सकती है.
मंत्री जनक राम ने कहा, "आज जो घटना घटी है इससे मैं नीतीश कुमार को अवगत कराउंगा. जो अफसरशाही देखने को मिल रही है इसका मैं संज्ञान लूंगा." बताया जा रहा है कि जिस वक्त मंत्री जनक राम विभाग का पदभार ग्रहण करने के लिए पहुंचे थे उस वक्त प्रधान सचिव हरजोत कौर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए किसी बैठक में शामिल थीं.