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सोना-चांदी के खरीददारों के लिए नया नियम, अब ज्वैलरी खरीदने से पहले करना होगा ये काम

Gulabi
6 Jan 2021 1:33 PM GMT
सोना-चांदी के खरीददारों के लिए नया नियम, अब ज्वैलरी खरीदने से पहले करना होगा ये काम
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कोरोना महामारी के शुरू होने के बाद सोना-चांदी की कीमतों में भारी उछाल आया

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कोरोना महामारी के शुरू होने के बाद सोना-चांदी की कीमतों में भारी उछाल आया. रिटेल निवेशक भी इसकी तरफ आकर्षित हुए हैं और बड़े पैमाने पर खरीदारी की जा रही है. वित्त मंत्रालय की तरफ से हाल में लिए गए एक फैसले के बाद अब कैश में महंगे धातु जैसे सोना, चांदी, डायमंड, प्लैटिनम, स्टोन खरीदने पर अपनी पहचान बतानी होगी. मतलब, आधार और पैन के बिना अब ज्वैलर्स आपको खरीदारी नहीं करने देंगे.


ज्वैलर्स को डर है कि आने वाले बजट में कैश में ज्वैलरी खरीदने के लिए KYC जरूरी कर दिया जाएगा. वित्त मंत्रालय ने 28 दिसंबर को गोल्ड ट्रेड को PMLA (Prevention of Money Laundering Act) के दायरे में लाने का नोटिफिकेशन जारी किया था. अब एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) के पास यह अधिकार है कि वह बिना दस्तावेज के गोल्ड ट्रेड की गहनता से जांच कर सके. वित्त मंत्रालय के आदेश के मुताबिक, 10 लाख से अधिक के ट्रांजैक्शन का हिसाब-किताब अब ज्वैलर्स को अपने पास रखना होगा. मामले में पकड़े जाने पर 3-7 साल तक सजा का प्रावधान भी है.
अब कैश में खरीदारी पर केवाईसी की मांग
सरकार के इस फैसले के बाद ज्वैलर्स अब 2 लाख तक के कैश ट्रांजैक्शन के लिए आधार और पैन की मांग करने लगे हैं. वर्तमान नियम के मुताबिक, गोल्ड के अलावा किसी तरह का असेट खरीदने पर KYC की जरूरत होती है. सोने में 2 लाख तक खरीदारी के लिए केवाईसी की जरूरत नहीं होती है, लेकिन 28 दिसंबर के आदेश के बाद अब 2 लाख से कम वैल्यू की खरीदारी के लिए भी ज्वैलर्स पैन या आधार की मांग कर रहे हैं. वे भविष्य में किसी तरह के विवाद से खुद को सुरक्षित रखना चाहते हैं.
गोल्ड पर स्पेशल पॉलिसी ला सकती है सरकार
इकनॉमिक टाइम्स में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार गोल्ड समेत अन्य महंगे धातुओं को लेकर एक विस्तृत पॉलिसी लाने पर विचार कर रही है. सरकार की तैयारी है कि महंगे धातुओं में निवेश को असेट के रूप में देखा जाए. वर्तमान में यह 'undisclosed treasure' के रूप में माना जाता है. भारत हर साल 850 टन सोना कंज्यूम करता है. इस आंकड़े से साफ पता चलता है कि सोने के प्रति दिवानगी कितनी है. इंडियन बुलियन एंड ज्वैलर्स असोसिएशन का मानना है कि बजट में कैश में सोना-चांदी को खरीदने को लेकर नियम की घोषणा की जाएगी. इसलिए हम अभी से यह प्रैक्टिस कर रहे हैं.


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