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अंतरिक्ष में नया इतिहास: देश के पहले प्राइवेट रॉकेट का प्रक्षेपण, जानें बड़ी बातें

jantaserishta.com
15 Nov 2022 3:26 AM GMT
अंतरिक्ष में नया इतिहास: देश के पहले प्राइवेट रॉकेट का प्रक्षेपण, जानें बड़ी बातें
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न्यूज़ क्रेडिट: आजतक | DEMO PIC 

नई दिल्‍ली: भारत के लिए आज एक ऐतिहासिक मौका है. पहली बार देश में प्राइवेट स्पेस कंपनी का रॉकेट लॉन्च किया जा रहा है. 3 पे-लोड वाला यह खास Vikram S रॉकेट इंडियन स्‍पेस रीसर्च ऑर्गनाइज़ेशन (ISRO) के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से लॉन्च होगा.
क्‍या हैं Vikram-S की खासियतें?
- विक्रम-एस एक सब-ऑर्बिटल उड़ान भरेगा. यह सिंगल स्टेज का सब-ऑर्बिटल लॉन्च व्हीकल है, जो अपने साथ तीन कॉमर्शियल पेलोड्स लेकर जा रहा है.
- यह एक तरह की टेस्‍ट फ्लाइट होगी. अगर इसमें सफलता मिलती है तो भारत प्राइवेट स्पेस कंपनी के रॉकेट लॉन्चिंग के मामले में दुनिया के अग्रणी देशों में शामिल हो जाएगा.
- इस रॉकेट से छोटे सैटेलाइट्स को पृथ्‍वी की निर्धारित कक्षा में स्थापित किया जाएगा.
- स्काईरूट एयरोस्पेस ने 25 नवंबर 2021 को नागपुर स्थित सोलर इंडस्ट्री लिमिटेड की टेस्ट फैसिलिटी में अपने पहले थ्रीडी प्रिंटेड क्रायोजेनिक इंजन (First 3D Printed Cryogenic Engine) का सफल टेस्‍ट किया था.
- स्‍काईरूट एयरोस्पेस के बिजनेस डेवलपमेंट प्रमुख शिरीष पल्लीकोंडा ने बताया कि 3D क्रायोजेनिक इंजन आम क्रायोजेनिक इंजन की तुलना में ज्यादा भरोसेमंद है. साथ ही यह 30 से 40 फीसदी सस्ता भी है.
- सस्ती लॉन्चिंग की वजह इसके ईंधन में बदलाव भी है. इस लॉन्चिंग में आम ईंधन के बजाय LNG यानी लिक्विड नेचुरल गैस और लिक्विड ऑक्सीजन (LoX) का इस्‍तेमाल किया जाएगा. यह किफायती होने के साथ साथ प्रदूषण मुक्त भी है.
- इस क्रायोजेनिक इंजन की टेस्टिंग करने वाली टीम का नाम लिक्विड टीम (Liquid Team) है. इसमें करीब 15 युवा वैज्ञानिकों ने सेवाएं दी हैं.
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