गोवा महिला आयोग की नई प्रमुख तलाक रोकने शुरू करना चाहती हैं काउंसिलिंग
गोवा। भाजपा के गोवा प्रदेश महिला मोर्चा की पूर्व महासचिव रंजीता पई ने गुरुवार को गोवा राज्य महिला आयोग (जीएससीडब्ल्यू) की अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभाला और कहा कि वह तलाक रोकने के लिए परिवार परामर्श कार्यक्रम शुरू करना चाहती हैं। यह पद मार्च 2022 से खाली पड़ा था। सूत्रों ने बताया कि जीएससीडब्ल्यू में करीब 300 मामले लंबित हैं।
रंजीता पई के पास फार्मेसी और सोशल वर्क में मास्टर डिग्री है। जीएससीडब्ल्यू के अध्यक्ष के रूप में उनकी नियुक्ति के बाद उन्होंने भाजपा में अपने पद से इस्तीफा दे दिया। पई ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि वह अपनी नई नियुक्ति पर गर्व महसूस करती हैं, जो एक बड़ी जिम्मेदारी और चुनौती भी है। उन्होंने कहा, "मुझे कुछ नया करना है..मैं महिलाओं के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करना चाहती हूं।"
तलाक के मामलों के बारे में बात करते हुए पई ने कहा कि कभी-कभी ये मामले छोटे कारणों से होते हैं, जिन्हें कम किया जा सकता है और सुलझाया जा सकता है। उन्होंने कहा, "तलाक के मामले तुच्छ कारणों से हो रहे हैं। मैं एनजीओ के सहयोग से परिवार परामर्श पर जोर दूंगी।" उन्होंने कहा, "अगर कोई फर्जी मामला सामने आता है, तो हम उसकी अच्छी तरह से जांच करेंगे और दोनों पक्षों को सुनेंगे।" सूत्रों ने बताया कि गोवा में घरेलू हिंसा के मामले भी बढ़ रहे हैं, ऐसे में महिला आयोग को इन पर लगाम लगाने पर विशेष ध्यान देना होगा।