x
जयपुर। जयपुर टोंक रोड, एमडी रोड, मालवीय नगर से लेकर सिविल लाइंस और परकोटा क्षेत्र में जर्जर सीवर लाइनों का जाल बिछा हुआ है। इनकी जांच के लिए कई बार कंडीशनल असिसमेंट सर्वे की चर्चा हुई, लेकिन बात फाइलों से बाहर नहीं आ पाई। दरअसल, जनवरी 2021 में चौमूं हाउस सर्कल पर सड़क धंसने के बाद हैरिटेज नगर निगम ने सीवर लाइनों की जांच के लिए सर्वे कराने की बात कही थी, लेकिन योजना मूर्तरूप नहीं ले पाई।जेडीए और दोनों नगर निगम मिलकर एक टीम का गठन करें। शहरभर के सीवर लाइन की जांच करें और उसके हिसाब से आगे काम करें। अभी शहर का ज्यादातर सीवर का गंदा पानी देहलावास सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में जाता है। द्रव्यवती नदी के किनारे कम क्षमता के एसटीपी बनाए जा सकते हैं।
न्यू सांगानेर रोड पर सीवर लाइन धंसने के बाद मंगलवार को भी हालात ज्यों के त्यों बने हुए हैं। स्थिति यह है कि हैरिटेज नगर निगम और जेडीए अधिकारी मिलकर अब तक सीवर लाइन के पानी को ही डायवर्ट नहीं कर पाए। निगम ने मंगलवार सुबह सुपरशकर मशीन लगाई और चोक लाइन सही करने का प्रयास होता रहा। शाम तक निगम दस्ता काम करता रहा। लाइन क्षतिग्रस्त होने से सड़क की एक ही लेन पर यातायात चलने से क्षेत्रीय लोग और स्थानीय व्यापारी परेशान हैं। व्यापार मंडल के संरक्षक पवन शर्मा ने बताया कि दिनभर में सीवर लाइन सही करने का कोई काम नहीं हुआ। लोग परेशान हो रहे हैं। जिस तरह से काम चल रहा है, उससे लगता है कि 10 दिन में भी काम पूरा नहीं होगा।क्षतिग्रस्त लाइन से आगे पानी नहीं जा पा रहा है। सुपरशकर मशीन लगाकर लाइन खुलवाने का प्रयास किया है। अभी सीवर लाइन का पानी भी डायवर्ट नहीं हुआ है।
Next Story