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जानें पूरा मामला।
चुनाव जो ना कराए वह कम है.जिसकी बानगी झांसी में उस वक्त देखने को मिली जब नामांकन रद्द होने पर प्रशासन की खामी बताते हुए न्याय पाने के लिए एक निर्दलीय प्रत्याशी टावर पर चढ़ गया. 25 घंटे तक टावर पर चढ़े रहे.निर्दलीय प्रत्याशी प्रशासन के तमाम प्रयासों के बाद शनिवार की सुबह नीचे उतर आए.उन्होंने अपने बयान में कहा चढ़ा था न्याय पाने के लिए और उतरा हूं न्याय के वादे के बाद.तो वहीं सिटी मैजिस्ट्रेट ने बताया कि उक्त व्यक्ति की समस्या को लेकर जांच की जा रही है.
नामांकन निरस्त होने से हुए खफा
आपको बता दें कि बीते दिनों झांसी में विधानसभा चुनाव 2022 के नामांकन फार्म भरने में हुई कमियों के चलते 3 विधानसभाओं के 6 प्रत्याशियों के नामांकन फार्म निरस्त किए गए थे.इनमें से निर्दलीय उम्मीदवार पवन यादव का भी नामांकन फार्म पूरा न भरे होने के कारणों से पर्चा निरस्त किया गया था.इसके लिए पवन को सूचना देते हुए कलेक्ट्रेट बुलाया गया था.पवन यादव का आरोप है कि वे वहां समय पर पहुंचे लेकिन उनका फॉर्म उन्हें वापस कर दिया गया था.जबकि उसे ठीक करवाया जाना था.उन्होंने ने इसकी शिकायत करनी चाही तो किसी ने भी उन्हें गंभीरता से नहीं लिया.इससे निराश होकर शुक्रवार की सुबह करीब 7 बजे पवन यादव ने न्याय पाने का एक दूसरा तरीका ढूंढ निकाला.वह गोविंदपुरी क्षेत्र में एक टावर पर चढ़ गए.
सिटी मजिस्ट्रेट के आश्वासन पर नीचे उतरे
काफी मशक्कत के बाद शनिवार की सुबह पवन यादव टावर से तब नींचे उतरें जब सिटी मजिस्ट्रेट पूरे सरकारी अमले के साथ वहां पहुंचे और उन्हें भरोसा दिलाया कि उनकीसमस्या का निवारण किया जाएगा.
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