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ना तो हॉस्पिटल गया और ना ही कराया कोरोना टेस्ट, फिर भी युवक के मोबाइल पर आई रिपोर्ट

Admin2
28 May 2021 1:37 PM GMT
ना तो हॉस्पिटल गया और ना ही कराया कोरोना टेस्ट, फिर भी युवक के मोबाइल पर आई रिपोर्ट
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मध्य प्रदेश के रतलाम से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. जहां पर एक युवक के मोबाइल पर कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट का एक मैसेज आता है. मैसेज में लिखा होता है कि आपकी कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आई है. यह मैसेज पढ़कर शख्स चौंक जाता है, क्योंकि उसने तो कोरोना की जांच कराई ही नहीं थी फिर कैसे उसकी रिपोर्ट को नेगेटिव बताया गया. यह मामला 22 मई का है. युवक इस मामले की जानकारी अपने परिजनों को देता है और पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज कराई जाती है. जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ. दरअसल शिकायतकर्ता के एक दोस्त ने अपनी कोरोना की जांच कराई थी और शख्स ने अपना फोन नंबर और घर का पता देने की जगह अपने दोस्त का दिया था. जिसकी वजह से मैसेज उसके दोस्त के पास गया.

दरअसल रतलाम के आलोट में 22 मई को लॉकडाउन के दौरान बेवजह बाहर घूमने वालो के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए प्रशासन द्वारा चेकिंग अभियान चलाया गया था. जिसमें लॉकडाउन का उलंघन करने वाले 55 लोगों को पकड़कर अस्थायी जेल में डाल दिया था. एसडीएम के आदेश के अनुसार सबको पांच घंटे तक बैठाकर रखा था. यहां पर सभी की कोरोना की जांच की गई थी. उसी दौरान शख्स ने अपनी पहाचान छुपाने के लिए गलत पता और मोबाइल नंबर लिखाया था.

22 मई को लिए गए इन सभी के टेस्ट की रिपोर्ट 23 मई को आई और उसी दिन अमन के पास मैसेज आया. पुलिस ने इसी को आधार बनाकर अस्थायी जेल में पकड़े गए सभी लोगों के फोटो चेक किए. जिसमें सभी के चेहरे छिपे हुए थे. लेकिन एक युवक जिसने सफेद टोपी पहनी हुई थी उसने अपना चेहरा नहीं छुपाया हुआ था. पुलिस ने इस युवक की तलाश कर इसे पकड़ा तो पूरे मामले का खुलासा हुआ.

पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार

पकड़ा गया युवक शिकायतकर्ता का दोस्त निकला पूछताछ में उसने बताया कि वो 22 मई को घर से लॉकडाउन के दौरान निकला था तो पकड़ा गया. उसे अस्थायी जेल में रखा गया था. जब उससे नाम पता पूछा गया तो उसने अपनी पहचान छिपाते हुए अपने दोस्त अमन का नाम, पता और मोबाइल नंबर दर्ज करवा दिया था. आलोट पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 419, ओर 177 में मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया.

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