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पड़ोसी ने किया था दुष्कर्म, दो बच्चियों ने पिता को भिजवाया जेल

Rani Sahu
8 Jan 2022 9:23 AM GMT
पड़ोसी ने किया था दुष्कर्म, दो बच्चियों ने पिता को भिजवाया जेल
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पिता पढ़ाई के लिए दबाव डालते थे, हम नहीं पढ़ते थे तो डांटते थे

पिता पढ़ाई के लिए दबाव डालते थे, हम नहीं पढ़ते थे तो डांटते थे, हमें यह बुरा लगता था, इसलिए जब पड़ोसी युवक ने हम दोनों के साथ दुष्कर्म किया तो रिपोर्ट उसके खिलाफ दर्ज न कराकर पापा को फंसा दिया। अब हमें पछतावा हो रहा है, हम कोर्ट के सामने सच्चाई रखकर चार साल से जेल में बंद पापा को बाहर निकालना चाहते हैं...यह बयान 16 और 17 साल की दो बहनों ने चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (सीडब्ल्यूसी) को दर्ज कराया है। सीडब्ल्यूसी ने इनका बयान दर्ज कराने के लिए कोर्ट में अर्जी दे दी है।

पिता के जेल जाने के बाद से अनाथ आश्रम में रह रहीं विजय नगर क्षेत्र की रहने वाली इन लड़कियों ने सीडब्ल्यूसी को बताया कि 2017 में उनकी उम्र 12 और 13 साल थी। हमें पड़ोस के एक अंकल बहुत अच्छे लगते थे, क्योंकि वह हमेशा प्यार से बोलते थे और चॉकलेट देते थे। उन्होंने कई बार उनके साथ गंदी हरकत की, लेकिन किसी को नहीं बताया।
एक दिन स्कूल की अध्यापिका को लगा कि उनके साथ कुछ गलत हुआ है। उन्होंने पूछताछ की तो उन्हें बता दिया कि उनके साथ दुष्कर्म हुआ है। यह नहीं बताया कि यह पड़ोसी अंकल ने किया है। बाद में अध्यापिका से हुई बातें पड़ोसी अंकल को बता दीं।
उसने कहा कि यह बात पुलिस तक पहुंच सकती है। उसने बरगलाया कि अगर पिता का नाम लिया तो उन्हें उसकी डांट से छुटकारा मिल जाएगा। पिता के जेल जाने के बाद वह उनका ख्याल रखेगा। उसके कहने पर ही उन्होंने पिता के खिलाफ तहरीर दी।
मां ने किसी और से कर ली थी शादी
लड़कियों ने 2019 में काउंसलिंग के दौरान सच्चाई बता दी थी। सीडब्ल्यूसी में उनका बयान अब दर्ज हुआ है। इसमें बताया कि वे जब बहुत छोटी थीं, तभी मां घर छोड़कर चली गई थी। उन्होंने किसी और से शादी कर ली। पिता ने दूसरी शादी इसलिए नहीं की क्योंकि उन्हें डर था कि सौतेली मां उन दोनों का ठीक से ख्याल नहीं रखेगी तब उन्हें अहसास नहीं था कि पिता की डांट के पीछे भी उनका प्यार था, अब पछतावा हो रहा है। डर है कि पिता जेल से आकर उन्हें अपनाएंगे या नहीं।
आरोपी को सामने लाना होगा
जो निर्दोष है उसे बरी होना चाहिए और दोषी को सजा मिलनी चाहिए। अगर लड़कियां अपना बयान बदलना चाहती हैं तो इसका प्रावधान है। वे मुख्य आरोपी को सामने लेकर आएं तो पिता बरी हो सकते हैं। बिना दबाव के वह कोर्ट में अपना बयान दे सकती हैं।
कोर्ट में होंगे दोनों के बयान
दोनों बहनों ने सीडब्ल्यूसी के सामने लिखित में बयान दिया है। उनका कहना है कि पिता निर्दोष हैं। दोनों ने पिता पर बचपन में गलत आरोप लगाया था। जल्द ही उनके बयान कोर्ट में कराए जाएंगे।
तब सच बोला या अब
दोनों बहनों ने बयान बदले हैं तो सवाल यह भी उठा है कि उन्होंने चार साल पहले सच बोला था या अब बोल रही हैं। इसका फैसला कोर्ट से होगा। मुकदमे में कई गवाहों के बयान दर्ज हो चुके हैं। साक्ष्य भी कोर्ट के सामने रखे जा रहे हैं।
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