भारत में Ola, Uber की कैब्स में रियर सीटबेल्ट पर लापरवाही अब नहीं चलेगी
लेटेस्ट न्यूज़: ऐप के जरिए कैब सर्विसेज देने वाली कंपनियों Ola और Uber ने भारत में अपने ड्राइवर्स को बैकसीट पर सीटबेल्ट के काम करने और पैसेंजर्स को इसके इस्तेमाल में परेशानी नहीं होने को पक्का करने के लिए कहा है। हाल ही में एक बड़े कारोबारी की महाराष्ट्र में पालघर के निकट सड़क दुर्घटना में मृत्यु के बाद केंद्र सरकार ने रियर सीटबेल्ट को लेकर सख्त कदम उठाए हैं। टाटा संस के पूर्व चेयरमैन Cyrus Mistry की इस महीने की शुरुआत में उनकी मर्सिडीज कार के डिवाइडर से टकराने के कारण मृत्यु हो गई थी। ऐसी रिपोर्ट है कि वह पिछली सीट पर बैठे थे और उन्होंने सीटबेल्ट नहीं पहनी थी। इस दुर्घटना की जांच के लिए मर्सिडीज बेंज के एक्सपर्ट्स की टीम भी पहुंची है। रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाइवेज मिनिस्टर नितिन गडकरी ने दुर्घटना पर कहा था कि रोड सेफ्टी को बढ़ाने के लिए लोगों की मानसिकता में बदलाव की जरूरत है। उनका कहना था, "लोग सोचते हैं कि पिछली सीट पर बैठने वालों को सीटबेल्ट की जरूरत नहीं है। यह एक समस्या है। फ्रंट और बैक दोनों सीट्स पर बैठने वालों को सीट बेल्ट लगाने की जरूरत है। मैंने चार मुख्यमंत्रियों की कारों में यात्रा की है। मैं फ्रंट सीट पर था और मुझे पता चला कि एक क्लिप है जिससे बेल्ट नहीं लगाने पर अलार्म नहीं बजता। मैंने इस तरह के क्लिप्स पर बैन लगा दिया है।"
'जनता से रिश्ता' ने एक रिपोर्ट में बताया है कि Uber ने अपने ड्राइवर्स को एक एडवाइजरी में कहा है, "जुर्माने या पैसेंजर्स की ओर से शिकायतों से बचने के लिए, कृपया यह पक्का करें कि बैक सीट पर सीटबेल्ट काम कर रही हो और पैसेंजर्स इसका इस्तेमाल कर सकें।" इस बारे में जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने कहा कि कंपनी की ओर से एयरपोर्ट्स पर यह जांच की जा रही है कि उसके ड्राइवर्स सीटबेल्ट के नियम का पालन कर रहे हैं या महीं। इस बारे में Uber ने कोई टिप्पणी नहीं की है। इसकी कॉम्पिटिटर Ola ने भी हाल ही में अपने ड्राइवर्स को एडवाइजरी भेजकर सीटबेल्ट के नियम का पालन करने के लिए कहा था। देश में पहले ही बैकसीट पर बैठने वाले पैसेंजर्स के लिए सीटबेल्ट पहनने का नियम है लेकिन इसका बहुत कम लोग पालन करते हैं।