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सामान्य वन विभाग ओबेदुल्लागंज की लापरवाही, डीएफओ से लेकर रेंजर तक बेखबर

Nilmani Pal
1 March 2024 4:02 AM GMT
सामान्य वन विभाग ओबेदुल्लागंज की लापरवाही, डीएफओ से लेकर रेंजर तक बेखबर
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रायसेन। सामान्य वन मण्डल ओबेदुल्लागंज के तहत सेंचुरी एरिया सहित बम्होरी ढाबा डांमडोंगरी पांजरा ओबेदुल्लागंज बरखेड़ा बाघ (टाइगर)अभ्यारण्य क्षेत्र गौहरगंज, आदि वन क्षेत्रों में सैकड़ों गिट्टी क्रेशर मालिक नियम कायदों को ताक पर रखकर क्रेशर मालिक धड़ल्ले सेआसपास के जंगलों में बगैर परमिशन के काले पत्थरों की अवैध ब्लॉटिंग कर रहे हैं।जिससे पर्यावरण सहित वन्य प्राणियों की जान पर खतरा मंडरा1है।गिट्टी क्रेशरों की आड़ में जिले के जंगलों में बिना अनुमति के ब्लॉस्ट कर रहे है। इस ब्लॉस्टिंग के धमाकों से क्षेत्र दहल रहा है।बताया जाता है कि डांमडोंगरी घाटी के जंगल हाल ही में 3 जगह विस्फोट किए है। इसी के सामने गुजरात की एक सड़क कंपनी का गिट्टी प्लांट है।जो बगैर अनुमति के पत्थरों की अवैध ब्लास्टिंग कर पहाड़ जैसे ढ़ेर लगा रखे हैं।इसके लिए वन विभाग से ब्लास्टिंग की अनुमति भी नहीं ली गई। गुजरात सूरत की इस बड़ी सड़क कंपनी के अफसरों द्वारा यह कारनामा बिना किसी से अनुमति लिए कर दिखाया। जंगल में एक के बाद एक 4 धमाके किए। विस्फोट के बाद 10 बाय 10 में टावर के पिलर खड़े कर दिए। मौके पर बड़ी-बड़ी चट्टानें पड़ी है। यह चट्टानें ब्लास्टिंग के कारण जमीन से बाहर निकल आई।

गिट्टी क्रेशरों के अलावा उक्त सड़क कंपनी द्वारा जंगल में विस्फोट के लिए कितनी मात्रा में विस्फोटक पदार्थ का उपयोग किया किया है। इसकी जानकारी वन विभाग के अधिकारियों के पास नहीं है।क्योंकि जंगल में मौजूद बड़े-बड़े पत्थर मशीन से खुदाई में नहीं निकल। बल्कि विस्फोट करके निकाले गए है। जंगल में एक नहीं 4-5 जगह विस्फोट किया गया, क्योंकि यहां तीन नए टावरों के लिए पिलर खड़े किए है। उनके पास चट्टानें पड़ी है। इसके पूर्व यहां पेड़ काटे थे।

डांमडोंगरी,अजीतनगर पांजरा पेट्रोल पंप के पीछे जयपुर जबलपुर नेशनल हाईवे पर जंगल में टॉवर खड़े करने के लिए अवैध तरीके विस्फोटक सामग्री का इस्तेमाल कर धमाके किए। पहला विस्फोट डांमडोंगरी क्षेत्र की घाटी के जंगल में हुआ है। दूसरा विस्फोट ग्रामपांजरा के जंगल में हुआ। जबकि तीसरा विस्फोट सेंचुरी एरिया से कुछ दूरी पर किया गया।

बेतरतीब जंगलों की कटाई से पर्यावरण को तो नुकसान हो रहा है। विस्फोट से जंगल में रहने वाले जानवर भी यहां से पलायन कर रहे है। इन धमाकों की गूंज जंगल के आसपास के गांव में निवासरत गरीब आदिवासी लोगों का दिल भी अचानक दहल जाता है।डांमडोंगरी के मजदूर रेवा राम सेहरिया, पांजरा के बटन लाल प्रभु सिंह सरियाम, प्रतिमा बाई, रूपा बाई अरविंद भगवान सिंह सेहरिया का कहना है कि यह गिट्टी क्रेशर मालिक सूरत गुजरात की सड़क कंपनी ने जंगलों को अवैध ब्लास्टिंग से तहस नहस कर दिया है। हम क्या करें जिम्मेदार महकमों के अधिकारियों को तो सिर्फ मोटी कमाई से मतलब रहता है।चाहे जंगल कटें या फिर वन्य प्राणियों का शिकार हो जाए।इनका कहना है

मुझे जंगल क्षेत्रों में हों रही अवैध ब्लास्टिंग के बारे में कोई जानकारी नहीं है।फिर भी आप संज्ञान में यह मामला सामने लाए हैं तो वनकर्मियों को मौके पर जांच पड़ताल करने भेजेंगे।टीआर कुलस्ते वनरेंजर बिनेका ओबेदुल्लागंज

गिट्टी प्लांट, गिट्टी क्रेशरों में होने वाली ब्लास्टिंग का मामला केंद्र सरकार के अधीन होता है।लायसेंस होल्डर ही खदानों में ब्लास्टिंग करते हैं।हमें इससे कोई लेना देना नहीं है।

आरके कैथल जिला माइनिंग अधिकारी रायसेन

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