एनसीआर दिल्ली: दिल्ली में मानसून की पहली बारिश के बाद जलभराव और जाम से जूझती दिल्ली के लिए फिर मेट्रो लाइफलाइन बनकर उभरी. दिल्ली मेट्रो में बारिश के बाद लगे जाम के चलते सात लाख से अधिक यात्री बढ़ गए. मेट्रो के मुताबिक, मेट्रो में 69.36 लाख लोगों ने सफर किया, जबकि को मेट्रो में सफर करने वालों की संख्या 62.58 लाख थी.
मेट्रो के मुताबिक, आमतौर पर पीक आवर्स में मेट्रो में यात्रियों की संख्या घटती जाती है, लेकिन दिल्ली में जब जलभराव के चलते जाम लगा तो नान पीक आवर्स में भी यात्रियों की संख्या बढ़ती रही. खास बात यह रही कि भारी बारिश के बाद दिल्ली मेट्रो का परिचालन प्रभावित नहीं हुआ. द्वारका सेक्टर-25 मेट्रो स्टेशन के बंद करने, सुप्रीम कोर्ट स्टेशन के कुछ गेट बंद करने के अलावा परिचालन सामान्य तौर पर चलता रहा. मेट्रो की माने तो 99.95 एक्यूरेसी के साथ परिचालन किया गया.
बताते चले कि दिल्ली मेट्रो में अब तक दिन में सबसे अधिक रिकार्ड 71 लाख से अधिक लोगों ने सफर किया है. यह इसी साल बीते 15 फरवरी को हुआ था. जब दिल्ली में किसानों के अंलन के चलते शहर भर में डायवर्जन किया गया था. उसके बाद इस साल मेट्रो में दिन में 69 लाख से अधिक लोगों ने सफर किया. मेट्रो प्रवक्ता अनुज दयाल ने कहा कि हमने बिना किसी रूकावट के अपने फेरे पूरे किए है. यही वजह है कि बारिश के बाद भी दिल्ली मेट्रो में यात्रियों की संख्या बढ़ी है.
पुरानी क्लस्टर बस हटने से यात्रियों को हो रही परेशानी: क्लस्टर बस रूटों से हटने लगी हैं. इसकी वजह से यात्रियों को परेशानी हो रही है. घोगा के लोगों ने साल पहले रूट नंबर-120 बी बंद होने से हो रही परेशानी को लेकर डीटीसी और डिम्ट्स के अधिकारियों को पत्र भेजकर शिकायत की थी, लेकिन अभी तक इस रूट पर बसों का संचालन नहीं हुआ है.
घोगा निवासी राजेंद्र भारद्वाज ने बताया कि बीते साल में इस रूट पर क्लस्टर बसों का संचालन बंद हो गया था. इस वजह से दैनिक यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. उनका कहना है कि पूर्व में डिम्ट्स के अधिकारियों ने इस रूट पर बस चला पाने में असमर्थता जताई है. राजेंद्र भारद्वाज ने बताया कि लगातार शिकायत करने के बावजूद डीटीसी और डिम्टस के अधिकारी इस रूट पर बसों का संचालन करने को तैयार नहीं हो रहे हैं.