ग्रामीण इलाकों में नक्सलियों ने मचाया उत्पात, बुजुर्ग को किया अगवा
झारखंड। गुमला (Gumla) के चैनपुर प्रखण्ड के कुरुमगढ़ थाना क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में नक्सलियों (Naxalites) का उत्पात लगातार जारी है, जिस कारण इन गांवों में रहने वाले ग्रामीणों को भय के साए में जीना पड़ रहा है. प्रतिबंधित नक्सली संगठन जेजेएमपी (JJMP) ने चैनपुर प्रखंड कुरुमगढ़ थाना क्षेत्र के कुटवां गांव में हमला किया जेजेएमपी के प्लाटून कमाण्डर सुकरा को मारकर भागे अपने ही साथी उग्रवादी बहुरा मुंडा व गांव के ग्रामीण सुखनाथ लोहरा के घर पर जेजेएमपी ने हमला किया. बहुरा के घर की छत को उजाड़ दिया. छत पर चढ़कर खपड़ा को तोड़कर नष्ट कर दिया. बहुरा के पिता शनिचरवा मुंडा को उग्रवादी अपने साथ उठाकर ले गये. शनिचरवा का सुराग नहीं मिल रहा है. परिजन को शक है कि उग्रवादियों ने शनिचरवा को घर से ले जाने के बाद कहीं मार कर फेंक दिया या फिर बंधक बनाकर रखे होंगे.
बताया जा रहा है कि जेजेएमपी नक्सलियों ने ग्रामीण सुखनाथ लोहरा के पिता सावना लोहरा व मां पुतली देवी के साथ भी मारपीट की है. डर से सावना व पुतली गांव छोड़कर दूसरे गांव में छिपकर रह रहे हैं. जेजेएमपी के हमला की सूचना परिजनों ने कुरूमगढ़ थाना की पुलिस को दी है. बता दें, बहुरा मुंडा कुछ वर्षों पूर्व भाकपा माओवादी का सक्रिय सदस्य हुआ करता था लेकिन बाद में संगठन से बगावत करके जेजेएमपी में शामिल हो गया था. जेजेएमपी के नक्सलियों ने बहुरा मुंडा के सात एकड़ खेत पर तैयार धान को काटने पर भी रोक लगा दी है.
इधर शनिचरवा मुंडा की पत्नी पुसो देवी ने बताया कि दर्जनों की संख्या में हथियारबंद जेजेएमपी के उग्रवादी उसके घर रात 11 बजे आये थे. वे लोग मेरे बेटे बहुरा मुंडा को खोज रहे थे. परंतु मेरा बेटा सात सालों से घर नहीं आया है. जेजेएमपी के उग्रवादी मेरे घर घुसे और मुझे, मेरे पति शनिचरवा मुंडा, मंझली बहू संगीता देवी सहित चार छोटे-छोटे बच्चों को अपने कब्जे में ले लिया. घर के छत पर चढ़कर पूरा छप्पड़ तोड़ दिया. सात एकड़ खेत में तैयार धान की फसल को काटने पर रोक लगा दिया है व धान नही काटने की बात कही है.पुसो देवी ने बताया कि उग्रवादी जाते समय किसी सुशील का घर का पता बताने को कहकर मेरे पति शनिचरवा मुंडा को अपने साथ ले गये. साथ ही आठ मुर्गी भी ले गये. हमलोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी है.
बता दें, घाघरा में 15 दिन पहले जेजेएमपी के प्लाटून कमांडर सुकरा उरांव को उसके ही साथी बहुरा मुंडा, अमरजीत व अन्य पांच उग्रवादियों ने हत्या कर दी थी. हत्या करने के बाद बहुरा, अमरजीत व अन्य पांच उग्रवादी हथियार लेकर भाग गये थे. सुकरा की मौत का बदला लेने के लिए जेजेएमपी के उग्रवादियों ने कुटवां गांव में बहुरा मुंडा व एक ग्रामीण के घर पर हमला किया और बहुरा को मारने के लिए खोज रहे हैं. नक्सली संगठन जेजेएमपी दो गुटों में बंट गया है इन दोनों गुटों के बीच कभी भी खूनी संघर्ष होने की संभावना है दोनों गुट के लोग एक दूसरे को मारने के लिए खोज रहे हैं.