10 लाख के इनामी नक्सली कमांडर ने किया सरेंडर, बना हुआ था आतंक का पर्याय
रांची: प्रतिबंधित नक्सली संगठन जेजेएममी (झारखंड जनमुक्ति परिषद) के 10 लाख के इनामी कमांडर मनोहर परहिया ने सरेंडर कर दिया है। वह पिछले कुछ सालों से लातेहार और पलामू जिले में आतंक का पर्याय बना हुआ था। वह झारखंड पुलिस के लिए मोस्ट वांटेड 39 इनामी नक्सलियों की सूची में शामिल था। हालांकि, पुलिस ने …
रांची: प्रतिबंधित नक्सली संगठन जेजेएममी (झारखंड जनमुक्ति परिषद) के 10 लाख के इनामी कमांडर मनोहर परहिया ने सरेंडर कर दिया है। वह पिछले कुछ सालों से लातेहार और पलामू जिले में आतंक का पर्याय बना हुआ था। वह झारखंड पुलिस के लिए मोस्ट वांटेड 39 इनामी नक्सलियों की सूची में शामिल था।
हालांकि, पुलिस ने अभी आधिकारिक तौर पर सरेंडर की पुष्टि नहीं की है। लातेहार जिले के छिपादोहर थाना अंतर्गत अंबाटिकर गांव के रहने वाले मनोहर परहिया की घेरेबंदी के लिए पुलिस लगातार अभियान चला रही थी।
करीब 20 दिन पहले पुलिस ने उसके दस्ते के चार नक्सलियों रामदेव सिंह, राम सुंदर उरांव, अख्तर अंसारी और लक्ष्मण ठाकुर को गिरफ्तार किया था। खबर है कि उसने पुलिस के आला अफसरों से संपर्क कर मुख्यधारा में शामिल होने की इच्छा जाहिर की थी।
तीन साल पहले लातेहार के बरवाडीह में भाजपा नेता जयवर्धन सिंह की हत्या के अलावा लेवी वसूली, आगजनी, निर्माण स्थलों पर हमले सहित कई वारदातों में मनोहर परहिया और उसके दस्ते का नाम सामने आया था।
भाजपा नेता की हत्या उसने तीन लाख रुपए सुपारी लेकर कराई थी। गौरतलब है कि झारखंड में पिछले एक साल में डेढ़ दर्जन से ज्यादा नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है।