झारखंड। पश्चिमी सिंहभूम के नक्सल प्रभावित गुदड़ी में उग्रवादी संगठन पीएलएफआई के आतंक से तंग आकर 30 गांव के ग्रामीणों ने संगठन के एरिया कमांडर मोटा टाइगर समेत दो उग्रवादियों को घेरकर मार डाला। ग्रामीणों ने शुक्रवार को गुदड़ी के सुदूरवर्ती टोमडेल पंचायत के कोमाय जंगल के समीप इस वारदात को अंजाम दिया। मोटा टाइगर पर क्षेत्र के दो लोगों की हत्या का नामजद केस दर्ज है। चर्चा यह भी है कि मोटा टाइगर और उसके एक साथी के अलावा चार अन्य उग्रवादियों को ग्रामीणों ने मौत के घाट उतार दिया। हालांकि आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। समाचार लिखे जाने तक ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए चार थानों सोनुवा, आनंदपुर, गोईलकेरा और गुदड़ी की पुलिस घटनास्थल से एक किमी दूर से ही पूरी गतिविधि पर नजर रखे हुई है। कोमाय जंगल की ओर जानेवाले मार्ग पर जवान तैनात कर दिए गए हैं। जंगल की तरफ जाने से लोगों को रोका जा रहा है।
गुदड़ी के गिरू गांव में 24 नवंबर को रवि तांती और खूंटी निवासी सनसा टोपनो की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई थी। सनसा रवि के घर मिलने आये थे। इस वारदात में परिवार के अन्य सदस्यों ने भाग कर जान बचायी थी। घटना में गुदड़ी पुलिस ने पीएलएफआई कमांडर मोटा टाइगर व गोमिया के ऊपर हत्या व उग्रवादी हिंसा का केस दर्ज किया था। इस घटना के तीन दिन बाद 27 नवंबर की शाम को अज्ञात अपराधियों ने गोइलकेरा भरडीहा बाजार में सेरेंगदा गांव के युवक नमन लोमगा की पीट- पीट कर हत्या कर दी गई थी। इसके अलावा करीब दो सप्ताह से गोइलकेरा थाना क्षेत्र सारुडा गांव का एक व्यक्ति लापता है। जिसकी हत्या होने की आशंका जतायी जा रही है।
ग्रामीणों की मानें तो पीएलएफआई के उग्रवादी और उनके कई समर्थक पिछले कुछ माह से क्षेत्र में आतंक मचाये हुए हैं। उग्रवादी व उनके समर्थक वाहन चालकों के अलावा अन्य ग्रामीणों से डरा-धमका कर लेवी देने के लिए मजबूर कर रहे हैं। इससे आजिज आकर 30 गांव के ग्रामीणों ने उग्रवादियों क्षेत्र से भगाने का फैसला किया था। ग्रामीण पारम्परिक हथियारों के साथ जंगल पहाड़ी क्षेत्र घूम-घूम कर उग्रवादी व अपराधियों की तलाश में जुटे हुए हैं। शुक्रवार को लोढ़ाई में लगने वाले सप्ताहिक हाट भी बंद रहा। शनिवार को गोइलकेरा के सेरेंगदा बाजार भी बंद रहा।