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बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) ने गुरुवार को नवरात्रि समारोह से पहले दिशानिर्देश जारी किए (Guidelines for Navratri celebrations)और नागरिकों को कोविड-19 के खतरे और डेंगू के मामलों के बीच सादे तरीके से त्योहार मनाने की सलाह दी
बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) ने गुरुवार को नवरात्रि समारोह से पहले दिशानिर्देश जारी किए (Guidelines for Navratri celebrations)और नागरिकों को कोविड-19 के खतरे और डेंगू के मामलों के बीच सादे तरीके से त्योहार मनाने की सलाह दी.
सार्वजनिक नवरात्रि उत्सव मंडल (Public Navratri Utsav Mandal) ने बीएमसी की अनुमति से 23 सितंबर से ऑनलाइन अनुमति की सेवा शुरू कर दी है. बीएमसी द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के मुताबिक- मूर्ति विसर्जन (Idol immersion) यात्रा के दौरान केवल पांच लोगों को इकट्ठा होने की अनुमति है.
सार्वजनिक पंडालों में केवल 10 लोग ही हो सकेंगे शामिल
दिशा-निर्देशों के मुताबिक, सार्वजनिक पंडालों की आरती के समय पंडाल में केवल 10 लोग ही हों और सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन किया जाए. इसके साथ गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) के लिए लगाए गए प्रतिबंधों की तरह ही, बीएमसी ने सार्वजनिक समारोहों के लिए दुर्गा की मूर्ति की ऊंचाई 4 फीट और निजी समारोहों के लिए 2 फीट तक सीमित की है.
मूर्तियों को घरों में विसर्जित करने की अपील
दिशा-निर्देशों के मुताबिक विसर्जन के दिन तक यदि सार्वजनिक अंचल का क्षेत्र कंटेनमेंट जोन में बदल जाता है तो मूर्ति का विसर्जन मंडल परिसर में ही करना होगा. इसके साथ सरकार ने लोगों से प्लास्टर ऑफ पेरिस पर मिट्टी की मूर्तियों को प्राथमिकता देने और घरों में या नागरिक निकायों द्वारा बनाए गए कृत्रिम तालाबों (artificial ponds) में मूर्तियों को विसर्जित करने का भी आग्रह किया. इससे पहले, बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने एहतियात के तौर पर लोगों को गणपति उत्सव के बाद अपने गृहनगर से शहर लौटने पर सीओवीआईडी -19 परीक्षण से गुजरने के लिए कहा है.
7 अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक चलेंगे नवरात्र
आश्विन मास में पड़ने वाले नौ दिनों के दुर्गा पूजा के इस पर्व को शारदीय नवरात्र (Shardiya Navratri) के नाम से जाना जाता है. इन दिनों में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा होती है. इसके लिए घरों में कलश स्थापना और अखंड ज्योति प्रज्जवलित की जाती है. इस बार शारदीय नवरात्र 7 अक्टूबर को गुरुवार के दिन से शुरू होने जा रहे हैं और 15 अक्टूबर को समाप्त होंगे. इसी दिन दशहरे (Dussehra 2021) का पर्व भी मनाया जाएगा.
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