नवनीत राणा बोलीं - अगर उद्धव ठाकरे की पत्नी को बिना गलती के जेल में डाल दिया जाए तो उन्हें कैसा लगेगा?
मुंबई। महाराष्ट्र में हनुमान चालीसा को लेकर शुरू हुआ विवाद अभी थमा नहीं है. अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा जेल से छूटने के बाद लगातार मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर हमलावर हैं. रविवार को नवनीत राणा ने इंडिया टुडे के साथ एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में सीएम उद्धव ठाकरे पर एक महिला के खिलाफ अपनी शक्ति का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया. उन्होंने उद्धव ठाकरे से यहां तक पूछ लिया कि अगर उनकी पत्नी को बिना उसकी गलती के जेल में डाल दिया जाए तो उन्हें कैसा लगेगा?
बता दें कि अप्रैल में सांसद नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा ने मुंबई में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के आवास मातोश्री के घर के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने का ऐलान किया था, जिसके बाद मुंबई में शिवसैनिकों ने खासा हंगामा किया था और राणा दंपति के खिलाफ शिकायत की थी. उसके बाद पुलिस ने राणा दंपति को जेल भेज दिया था. उन पर देशद्रोह की धाराएं लगाई गई हैं. हालांकि, बाद में राणा दंपति को सशर्त जमानत मिल गई. लेकिन इस मामले में अभी बयानबाजी का दौर खत्म नहीं हुआ है. रविवार को इंडिया टुडे के साथ इंटरव्यू में सांसद नवनीत राणा ने उद्धव ठाकरे को लेकर कहा कि 'जब आपकी पावर चली जाएगी और आपके घर से आपकी पत्नी रश्मि को सलाखों के पीछे डाल दिया जाएगा, तब मैं आपसे पूछूंगी कि आपको अपनी पत्नी के जेल में होने पर कैसा महसूस होगा, जबकि उनका कोई अपराध नहीं है.'
नवनीत राणा ने हनुमान चालीसा पढ़ने के ऐलान वाले बयान का बचाव किया और कहा- वह (उद्धव) अपनी रैलियों में कहते हैं कि हम हिंदुत्ववादी हैं. उन्होंने कहा कि एक आस्तिक के घर के बाहर हनुमान चालीसा का जाप करने से सांप्रदायिक माहौल खराब नहीं होता है. माहौल तो तब खराब होता, जब आप इसे किसी अन्य धर्म के घर के बाहर करते हैं. मैंने कोई माहौल खराब नहीं किया. नवनीत राणा ने कहा कि ये पूरा केस उनके लिए एक तरह का टॉर्चर रहा. मैं एक महिला हूं जो भारत में रहती है. मैंने सपने में भी नहीं सोचा था कि मैं हनुमान चालीसा का जाप करने के लिए जेल में रहूंगी. पूरी रात सुबह 5 बजे तक जेल में खड़ी रही. उन्होंने मुझे चटाई और पानी तक नहीं दिया. यह बहुत शर्मनाक है कि उन लोगों में जरा सी मानवता देखने को नहीं मिली. नवनीत राणा ने कहा कि जेल में रहते हुए उनका अपने पति या बच्चों से कोई कॉन्टेक्ट नहीं था. जब मेरे बच्चे पूछते हैं कि मां आप जेल में क्यों थीं तो मैं उन्हें क्या जवाब दूंगी? जेल में मुझे सिर्फ हनुमान चालीसा ने हिम्मत दी. मैंने इसे हर दिन पढ़ा. जेल में महिलाओं ने इसे मेरे साथ पढ़ा और मुझे मोटिवेट किया.
नवनीत राणा ने कहा कि जेल जाने के बावजूद मैं कमजोर नहीं पड़ी हूं. उन्होंने उद्धव ठाकरे पर हमला किया और कहा- मुझे इतनी आसानी से कोई कमजोर नहीं कर सकता. मैं एक फाइटर हूं. मैं किसी ऐसे व्यक्ति से नहीं डरती, जिसने अपनी पूरी जिंदगी कोई काम नहीं किया है और सिर्फ किसी और के नाम का इस्तेमाल करके इस पोजिशन में है. उन्होंने कहा- मैं यहां अपनी योग्यता के आधार पर हूं. मैं महाराष्ट्र और किसानों और युवाओं की सेवा करूंगी. मैं भविष्य के बारे में सोचकर समय बर्बाद नहीं करती हूं. मैं सिर्फ वर्तमान में ही जीती हूं. नवनीत राणा ने संकेत दिया कि वह आने वाले चुनावों में सीएम उद्धव ठाकरे के खिलाफ मैदान में उतर सकती हैं. मैं उनसे कहती हूं - कंप्टीशन करो और मैं तुम्हारे सामने रहूंगी. उन्होंने कहा- अगर वह सीएम बनना चाहते हैं तो उन्हें अपना घर छोड़ देना चाहिए और लोगों की सेवा के लिए मैदान में आना चाहिए. वह दो साल में अपने घर से बाहर नहीं निकले. नवनीत राणा ने कहा- मैं हिंदुत्ववादी पार्टी (बीजेपी) से जुड़कर बहुत खुश हूं. अगर आप हिंदुस्तान में रहते हैं तो आपको हिंदुत्ववादी होना चाहिए.