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इस दिन हो सकती है नवजोत सिंह सिद्धू की रिहाई, अंतिम फैसला CM के हाथ

Shantanu Roy
28 March 2023 6:46 PM GMT
इस दिन हो सकती है नवजोत सिंह सिद्धू की रिहाई, अंतिम फैसला CM के हाथ
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बड़ी खबर
जालंधर। जेल में बंद नवजोत सिंह सिधु की रिहाई को लेकर अहम खबर सामने आई है। काफी समय से सिद्धू की रिहाई में रुकावटें बन रही है। नियमों मुताबिक नवजोत सिद्धू की रिहाई 9 से 13 अप्रैल अप्रैल के बीच होने की संभावना है। सूत्र बताते है कि 'वैसाखी लिस्ट' में अन्य कैदियों की रिहाई में सिद्धू का नाम भी शामिल किया जा रहा है। पंजाब सरकार ने कैदियों की रिहाई के लिए एक कमेटी बनाई हुई है और कमेटी ही इस बारे में अपनी सिफारिशे देगी। जेल विभाग पंजाब के मुख्यमंत्री के पास है, अंतिम निर्णय उन्ही पर छोड़ा हुआ है। लेकिन विभाग के अधिकारियों ने इस मामले में अपना मुंह बंद कर रखा है।
रोडरेज के 34 वर्ष पुराने मामले में सुप्रीम कोर्ट ने 19 मई 2022 को सिद्धू को एक वर्ष की बामुशक्कत सजा का फैसला सुनाया था और 20 मई को सिद्धू ने पटियाला कोर्ट में सरेंडर किया था। सिद्धू का एक वर्ष 19 मई, 2023 को पूरा होता है। जेल विभाग के सेवानिवृत वरिष्ट अधिकारी के मुताबिक सजा को माफ करने का सबंधित जेल के सुपरिटेंडेंट का अधिकार भी होता है कि वो अच्छे आचरण वाले कैदी को सजा में एक माह की रियायत दे सकता है। इसके अतिरिक्त वर्किंग माफी के रूप में एक साल की सजा वाले कैदी को, खासतौर पर सिद्धू वाले मामले में अच्छे आचरण और कोई पैरोल न होने के चलते 40 दिन की रियायत का उसे नियम मुताबिक अधिकार है।
इसके चलते नवजोत सिंह सिद्धू की रिहाई 9 अप्रैल तक के आस पास होने बनती है। सूत्रों से ये भी पता चला है कि पंजाब सरकार पंजाब के त्योहार बैसाखी पर्व पर कैदियों की रिहाई की सूची बना रही है, जिसमें 26 जनवरी को रिहा करने के लिए बनी प्रस्तावित सूची में शामिल अधिकतर कैदियों के नाम शामिल है। नवजोत सिद्धू पटियाला जेल में क्लर्क के रूप में काम कर रहे है और इस दौरान उनका आचरण भी अच्छा रहा है। उन्होंने कोई पैरोल भी नहीं ली और अपना काम भी बखूबी से किया है। पूर्व की सरकारों में विशेष रूप में अकाली सरकार के समय तो वर्ष में 2 बार कैदियों की रिहाई की जाती थी, जो बाद में केंद्र सरकार के निर्देशों के चलते कम कर दी गई।
सिद्धू को भी 26 जनवरी को रिहा करने की आशंका थी। सिद्धू के रिहा होने पर उनके स्वागत के लिए पंजाब के कुछ शहरों में स्वागती फ्लेक्स भी लग गए थे और 26 जनवरी वाले दिन पटियाला में सिद्धू समर्थकों का जमावड़ा भी हुआ था, परन्तु सिद्धू की रिहाई नहीं हुई। गत सप्ताह नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू ने दावा किया है कि सिद्धू की रिहाई एक अप्रैल को हो सकती है। पिछली बार की तरह इस बार भी सिद्धू की रिहाई को लेकर कार्यक्रम बन रहे है। जेल से रिहा होने के बाद स्वागत जुलूस पटियाला में उनकी कोठी तक लाया जाएगा और इस दौरान जगह जगह लंगर भी लगाया जाएगा। ऐसी भी चर्चा है कि रिहा होने के बाद सिद्धू शीघ्र ही अपने समर्थक रहे गायक और दिवंगत सिद्धू मूसेवाला के परिवार से मिलने जाएगे। फिलहाल सिद्धू के स्वागत को लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट डाली जा रही है, जिसमे पंजाब कांग्रेस को फिर से मजबूत करने के लिए सिद्धू की रहनुमाई की बात कहा जा रही है। कांग्रेस पार्टी में भी सिद्धू की रिहाई को लेकर विभिन्न विचार है।
दूसरी और सूत्रों की माने तो पूर्व में सिद्धू की रिहाई को लेकर गुप्तचर एजेंसियों के इनपुट थे कि सिद्धू के रिहा होने के बाद मूसेवाला मामले को हवा मिल सकती है, हालात तनाव भरे हो सकते है और कांग्रेस इसी को आधार बना कर सरकार के विरुद्ध अभियान छेड़ सकती है। गौरतलब है कि सिद्धू मूसेवाला को पंजाब विधानसभा चुनावों में मानसा से कांग्रेस की तरफ से टिकट दिलवाने में नवजोत सिंह सिद्धू की ही भूमिका थी। मूसेवाला मामले को लेकर अब भी गुप्तचर एजेंसियों के ऐसे ही इनपुट अभी भी है। जेल के पूर्व अधिकारियों के मुताबिक, बेशक सिद्धू की माफियुक्त रिहाई 9 अप्रैल के आस पास संभावित है, परन्तु अगर सरकार इसमें देरी कर सकती है और सिद्धू को इसके लिए कानूनी लड़ाई लड़नी पड़ सकती है।
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