लिधियाना। पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू की सेंट्रल जेल, पटियाला से रिहाई फाइलों में अटककर रह गई है। सिद्धू 26 जनवरी की शाम रिहा नहीं होंगे और न ही राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हो सकेंगे। मुख्य सचिव कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार जेल विभाग द्वारा रिहा किए जाने वाले कैदियों की फाइल भेजने पर राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने हर कैदी की अलग-अलग फाइल कैबिनेट से मंजूर करवाकर भेजने के लिए कहा था।
राज्यपाल जानना चाहते थे कि किस कैदी को किस जुर्म में कितनी सजा मिली है और जेल में उसका व्यवहार कैसा रहा। पंजाब सरकार के एक अधिकारी ने इसकी पुष्टि कर कहा कि प्रत्येक कैदी की अलग-अलग फाइल नहीं भेजी गई है।
सूत्रों के अनुसार पिछली कैबिनेट बैठक में कैदियों की रिहाई को लेकर अनौपचारिक चर्चा हुई थी। तब यह माना गया कि सिद्धू को रिहा करने पर बंदी सिखों का मुद्दा उठा रहे शिरोमणि अकाली दल और एसजीपीसी को यह मुद्दा मिल जाएगा कि सिद्धू को छोड़ दिया पर बंदी सिखों को नहीं। इस कारण सरकार ने नवजोत सिद्धू की रिहाई पर जोर नहीं दिया।