KKC के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ उदित राज ने महान समाजसेविका सावित्रीबाई फुले की जयंती पर किया शत-शत नमन
दिल्ली। KKC के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ उदित राज ने महान समाजसेविका सावित्रीबाई फुले की जयंती पर शत-शत नमन किया। पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू कि इकलौती लाडली (संतति )स्वर्गीय इंदिरा गाँधी प्रचंड नारी शक्ति की संवाहिका बनीं ठीक उसी प्रकार जिस प्रकार ज्योतिबा के स्वस्थ एवं प्रगतिशील सोच का सहारा पाकर सावित्रीबाई फूले ने यह सिद्ध कर दिया कि सामाजिक परिवेश , पारिवारिक तथा व्यक्तिगत परिस्थियाँ , संस्कार और मूल्य सब मिलकर नारी मानसिकता की निर्मिति करते हैं वरना जन्म से लेकर शैशवावस्था तक नर और नारी की मानसिकता में कोई अंतर नहीं होता।भारत के इस गरिमायुक्त विरासत की झलक कांग्रेस परिवार की मुखिया श्रीमति सोनिया गांधी में प्रतिबिम्बित होता है जिसकी खनक सम्मानित प्रियंका गांधी के स्वरों में प्रतिध्वनित होता दिखाई पड़ता है जिसमें वे बेटियों की बात न मात्र घर के प्रांगण तक बल्कि राष्ट्र के फलक तक पहुँचने की बात करतीं हैं । यह क्रांति सावित्रीऔर ज्योतिबा फूले के संयुक्त प्रयासों की वजह से सम्भव हो पाया जिनके चिंतन में न तो बैर था और न मजहब का भेद ।ज्योतिबा का स्वप्न साकार हो उठा सावित्री बाई फूले के रूप में( जो आगे चलकर पहली स्त्री शिक्षिका बनी )अतः उन्हें शत शत नमन ।
इन महान विभूतियों के साथ साथ इसका श्रेय हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष KKC डॉक्टर उदित राज जी हमारे राष्ट्र पिता को महात्मा गाँधीको देते हैं जिन्होंने 'नारीशक्ति' को देश कीआज़ादी के लिए सबसे महत्वपूर्ण माना ।धन्यवाद डॉक्टर साहब का इसलिए भी क्योंकि ये अक्सर कहते हैं -' स्त्री को देवी का पद नहीं , शिक्षा , रोज़गार एवं घर के अंदर समान अवसर दो, जिससे कि स्त्रियों के स्वर्णिम भविष्य का निर्माण तो होगा हीं साथ हीं अतीत में पाए दुखों के दर्द से निकलना भी सम्भव हो पाएगा ।असंगठित कामगार संगठन इन महान विभूतियों को अपने प्रेरणा के केंद्र में रखकर शोषक एवम् वंचितों के हितों के रक्षा के लिए सजग और सचेत है । एक बार फिर से शत शत नमन सावित्री बाई फूले का जिन्होंने शिक्षा के मंदिर में दीपक जलाने के लिए समाज से न जाने कितनी प्रतरणाएँ पायीं।