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नरेंद्र मोदी की रैली: शख्स की अचानक बिगड़ी तबीयत, प्रधानमंत्री ने रोका भाषण, भेजी अपनी डॉक्टरों की टीम, देखें वीडियो

jantaserishta.com
3 April 2021 7:06 AM GMT
नरेंद्र मोदी की रैली: शख्स की अचानक बिगड़ी तबीयत, प्रधानमंत्री ने रोका भाषण, भेजी अपनी डॉक्टरों की टीम, देखें वीडियो
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तामुलपुर (असम). प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi)ने शनिवार को असम स्थित तामुलपुर (Assam Assembly Election 2021) में रैली संबोधित किया. इस दौरान प्रधानमंत्री की सतकर्ता देखने को मिली. प्रधानमंत्री के भाषण के दौरान भाजपा का एक कार्यकर्ता संभवतः पानी ना मिल पाने के कारण बेहोश हो गया. प्रधानमंत्री ने जैसे ही देखा उन्होंने मंच से ही प्रधानमंत्री कार्यालय की मेडिकल टीम को निर्देश दिया कि वह कार्यकर्ता के पास पहुंचे.

पीएम ने मंच से ही कहा- 'ये जो पीएमओ की मेडिकल की टीम है वो जाए जरा वहां कार्यकर्ता पानी के अभाव के कुछ तकलीफ हुई है. तुरंत उनकी मदद कीजिए. मेरे साथ जो डॉक्टर्स आए हैं वो जरा उस साथी की मदद करे,उन्हें पानी के अभाव में कुछ तकलीफ हुई है.'
इससे पहले पीएम मोदी ने कहा कि एनडीए के डबल इंजन सरकार ने पिछले पांच वर्षों में असम के लोगों को दोहरा लाभ दिया है. विकास हो रहा है, कनेक्टिविटी में सुधार हो रहा है, जिससे महिलाओं के लिए जीवन आसान हो रहा है और युवाओं के लिए अवसर बढ़ रहे हैं. मोदी ने कहा कि मेरे राजनीतिक अनुभव के आधार पर, जनता के प्यार की भाषा, जनता के आशीर्वाद की ताकत पर मैं कहता हूं कि असम में एक बार फिर आप लोगों ने NDA सरकार बनाना तय कर लिया है.

पीएम मोदी ने कहा कि असम की पहचान का बार-बार अपमान करने वाले लोग, यहां की जनता को बर्दाश्त नहीं हैं. असम को दशकों तक हिंसा और अस्थिरता देने वाले, अब असम के लोगों को अब एक पल भी स्वीकार नहीं हैं. असम के लोग विकास, स्थिरता, शांति, भाईचारा, सद्भावना के साथ हैं. मोदी ने कहा कि दो चरणों की वोटिंग के बाद आज तामूलपुर में आपके दर्शन करने का मुझे अवसर मिला है. इन दोनों चरणों के बाद असम में फिर एक बार NDA सरकार, ये लोगों ने तय कर लिया है.
सभा में मोदी ने कहा कि हम जब भी कोई योजना बनाते हैं, तो सबके लिए बनाते हैं. हर क्षेत्र के लोगों को, हर वर्ग के लोगों तक, बिना भेदभाव, बिना पक्षपात, उस योजना का लाभ पहुंचाने के लिए हम कड़ी मेहनत करते हैं. उन्होंने कहा कि देश में कुछ बातें ऐसी गलत चल रही हैं, अगर हम समाज में भेदभाव करके, समाज के टुकड़े करके अपने वोटबैंक के लिए कुछ दे दें, तो दुर्भाग्य देखिए, उसे देश में सेक्युलरिज्म कहा जाता है.
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