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कम नहीं हो रहीं नारायण राणे की मुश्किलें, आधी रात मिली जमानत, अगले हफ्ते कोर्ट में पेश होने का आदेश

Renuka Sahu
25 Aug 2021 4:24 AM GMT
कम नहीं हो रहीं नारायण राणे की मुश्किलें, आधी रात मिली जमानत, अगले हफ्ते कोर्ट में पेश होने का आदेश
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फाइल फोटो 

केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं. कल उन्हे सीएम उद्धव ठाकरे के खिलाफ अपशब्द कहने के मामले में मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार किया किया था. बाद में उन्हें जमानत मिल गयी थी. अब खबर है कि नासिक पुलिस ने नारायण राणे को नोटिस भेजा है.

नोटिस में राणे को 2 सितंबर को पुलिस के सामने पेश होने के लिए कहा गया है. उद्धव ठाकरे पर विवादित टिप्पणी के मामले में ये नोटिस भेजा गया है. आपको बता दें कि केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के खिलाफ इस मामले में अब तक 4 FIR दर्ज हो चुके हैं.
हंगामा करने वालों से मिले सीएम और आदित्य ठाकरे
राणे के घर पर मंगलवार को हंगामा करने वालों से मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे ने मुलाकात की है. जुहू में कल शिवसैनिकों ने राणे के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया था. राणे के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्टर भी लगे थे, अब हंगामा करने वाले सारे कार्यकर्ताओं से मुख्यमंत्री ने मुलाकात की है.
राणे ने ठाकरे को लेकर क्या कहा था?
नारायण राणे ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सीएम उद्धव ठाकरे को थप्पड़ मारने की बात कही थी. उन्होंने कहा, ''उस दिन (स्वतंत्रता दिवस) बाजू में खड़े सेक्रेटरी से वो (उद्धव ठाकरे) पूछते हैं कि देश को स्वतंत्र हुए कितने साल हुए. मैं होता तो उन्हें कान के नीचे थप्पड़ मार देता. ये क्या...तुम्हें तुम्हारे देश को स्वतंत्र हुए कितने साल हुए हैं इसकी जानकारी नहीं.''
दरअसल 15 अगस्त के मौके पर सीएम उद्धव ठाकरे बोलते-बोलते ये भूल गए थे कि देश आजादी की हीरक जयंती मना रहा है या अमृत महोत्सव. बस उद्धव की इसी बात को लेकर राणे ने तंज कसा तो अदावत की आग भड़क उठी. पुणे से लेकर मुंबई और मुंबई से लेकर औरंगाबाद तक शिवसैनिक सड़कों पर झंडे-बैनर लेकर उतर आए. कहीं दोनों दलों के कार्यकर्ता भिड़ तो कहीं बीजेपी समर्थकों की पुलिस से नोकं-झोंक हो गई.
राणे के नाम पर ही सही लेकिन बीजेपी और शिवसेना में अदावत की नई लकीर खिंच गई है. इसी सियासी शोर की छाप सामना में दिखी, जहां उन्हें छेदवाला गुब्बारा बता दिया गया. इससे पहले शिवसैनिकों ने उन्हें मुर्गी चोर तक कह दिया क्योंकि करीब पांच दशक पहले चेंबूर में राणे 'पॉल्ट्री' की दुकान चलाते थे.


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