"नन्हे फरिस्ते": RPF ने घर से भागे बच्चों को चाईल्ड लाइन संस्था को किया सुपुर्द
जबलपुर। रेलवे सुरक्षा बल जरूरतमंद यात्रियों को सहायता प्रदान करने के साथ-साथ महिलाओं और बच्चों का विशेष ध्यान भी रखते हैं। पश्चिम मध्य रेलवे, रेल सुरक्षा बल (आरपीएफ) द्वारा जिम्मेदारियों का कुशलतापूर्वक निर्वहन करने हेतु चौबीस घंटे सतत् ड्यूटी की जा रही है। इसी श्रृंखला में रेल सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने सराहनीय कार्य करते हुए "ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते" अभियान के तहत घर से भागे हुए, अपहृत हुए, बिछुड़े हुए बालक एवं बालिकाओं को सुरक्षित उनके परिजनों/चाइल्ड लाइन को सुपुर्द किया जता है।
एक घटना के अनुसार जबलपुर मण्डल के आउट पोस्ट दमोह पर दिनाँक 18.01.2023 को 139 हेल्प लाइन नम्बर जबलपुर से गाड़ी संख्या 19092 गोरखपुर से बन्द्रा टर्मिनस हमसफ़र एक्सप्रेस के एस/01 कोच मे दो नाबालिक बालिका को संदिग्ध अवस्था मे बैठने के संबंध मे सूचना प्राप्त होने पर सहायक उपनिरीक्षक अजय कुमार एवं आरक्षक राजीव मिश्रा के साथ गाड़ी के दमोह आगमन पर उक्त कोच को अटैन्ड किया गया तो 02 नाबालिक बालिका बैठी हुई पाई गई जिनसे पूछताछ किया गया तो उक्त दोनो बालिका ने अपना नाम व पता पुष्पा एवं रानी जिला कैमुर (भभुआ ), बिहार बताया और बताया कि माता पिता के डाटफटकार से नाराज हो कर काम करने के लिये बिना बताये उक्त ट्रेन से मुम्बई के लिए बैठ गए। उक्त दोनो बालिकाओं को सहायक उपनिरीक्षक एवं स्टाॅफ के साथ आरपीएफ आउट पोस्ट दमोह लाया गया। उक्त संबंध मे हेल्प लाइन नम्बर 1098 पर सूचित किये जाने पर चाइल्ड हेल्प लाइन दमोह के प्रतिनिधि अजीता तिवारी टीम मेम्बर चाइल्ड हेल्प लाईन द्वारा आरपीएफ पोस्ट दमोह मे उपस्थित होने पर उक्त दोनो नाबालिक बालिकाओं को गवाहों के समक्ष सहायक उपनिरीक्षक अजय कुमार आरपीएफ दमोह के द्वारा पाक साफ हालत में मुलायजा के पश्चात चाइल्ड हेल्प लाईन को सुपुर्द किया गया।