भोपाल के जहांगीराबाद चिकलोद रोड स्थित हाता कल्ला शाह कब्रिस्तान का नाम बदलकर कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद के नाम पर रखने का मामला इन दिनों चर्चाओं में है. बताया जा रहा है कि यहां कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद के समर्थकों ने कब्रिस्तान का नाम बदलकर विधायक के नाम कर दिया है और कब्रिस्तान के गेट पर बड़े अक्षरों में आरिफ मसूद साहब कब्रिस्तान लिख दिया है. इसके बाद से इसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं. इन फोटोज के वायरल होने के बाद विधायक के समर्थकों ने जाकर गेट पर लिखे विधायक आरिफ मसूद के नाम पर सफेद रंग पोत कर नाम मिटा दिया.
बता दें कि इस्लामिक मान्यताओं में किसी भी जिंदा व्यक्ति के नाम से कब्रिस्तान नहीं होता है, लेकिन शब -ए- बारात के मौके पर विधायक के सामने श्रेय लेने की होड़ में उनके समर्थकों ने ऐसा कारनामा कर दिया. जिसके चलते विधायक की किरकिरी होने लगी. इसके बाद कुछ कार्यकर्ता वहां पर पहुंचे और विधायक के नाम को मिटा दिया. हालांकि भोपाल में नगरीय निकाय चुनाव की आहट के चलते भी विधायक समर्थको में टिकिट लेने की होड़ मची है, जिसमें कुछ समर्थक उनके नाम का पोस्टर, टी-शर्ट, पहनकर भी मैदान में उतर कर त्योहारों पर पिचकारी बांट रहे हैं तो कुछ भजन कीर्तन कर रहे हैं. वहीं कुछ लोग क्रिकेट मैच करवा रहे हैं. लेकिन यह तो आने वाला वक़्त ही बताएगा कि पार्षद की दावेदारी का असली टिकिट किस छुटभैय्या नेता को मिलता है. मगर भोपाल में इन दिनों चुनावी ड्रामा जोरों पर चल रहा है.
वहीं बीजेपी नेता भी विधायक के नाम पर कब्रिस्तान के नामकरण पर चुटकी ले रहे हैं. उनका कहना है कि नाम बनाने में वक़्त लगता है उसके लिए जमीनी मेहनत करना पड़ती है. कांग्रेस नेताओं के पास कोई मुद्दा नहीं बचा है इसलिए धर्म का साहारा ले रहे हैं. जनता सब जानती है कि काम कौन कर रहा है ओर इसका श्रेय कौन बटोर रहा है.