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पत्नी के आशिक का क़त्ल, जेल में हिन्दू युवक पढ़ने लगा नमाज, रख ली दाढ़ी, फिर...

jantaserishta.com
29 Jun 2021 9:07 AM GMT
पत्नी के आशिक का क़त्ल, जेल में हिन्दू युवक पढ़ने लगा नमाज, रख ली दाढ़ी, फिर...
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42 महीने जेल में रहने के बाद पैरोल पर घर आए ताराचंद पर आरोप था कि उसने धर्मांतरण कर दाढ़ी रख ली है और नमाज पढ़ता है, जिसके बाद मामले ने तूल पकड़ा और ताराचंद ने दाढ़ी कटवा दी. अब इस मामले में पुलिस ने धर्मांतरण कानून के तहत मुकदमा दर्ज किया है. अब जो भी इस मामले में नाम प्रकाशित हुए हैं, उन सब से पूछताछ की जाएगी और कार्रवाई की जाएगी. यह मामला उत्तर प्रदेश के मेरठ से सामने आया है.

धर्मांतरण को लेकर चर्चा में आए थाना मुंडाली के गांव मऊ खास निवासी ताराचंद के खिलाफ पुलिस ने उत्तर प्रदेश धर्म प्रतिषेध अधिनियम की धारा 3/5 के तहत मुकदमा दर्ज किया है जिसके बाद पुलिस इस पूरे मामले की जांच करेगी और उन लोगों से संपर्क करेगी जिन लोगों ने धर्मांतरण करने का आरोप लगाया था. साथ ही उन लोगों से भी संपर्क करेगी जिन पर आरोप है कि ताराचंद का धर्मांतरण कराया पुलिस का कहना है कि अभी पूरे मामले की जांच की जाएगी उसके बाद ही कोई कार्रवाई की जाएगी.
दरअसल, मेरठ के थाना मुंडाली क्षेत्र के मऊ खास में ताराचंद नाम का एक शख्स रहता था जिसके ऊपर उसकी पत्नी के प्रेमी की हत्या का आरोप लगा और वह जेल चला गया. ताराचंद का कहना है कि लगभग 42 महीने वह जेल में रहा लेकिन उसकी पैरवी करने उसका कोई भी रिश्तेदार या इलाके का कोई भी शख्स सामने नहीं आया.
ताराचंद 2017 से पहले ट्रक ड्राइवरी करता था और मेरठ शहर के टीपीनगर में बीवी-बच्चों के साथ किराये के मकान में रहता था. पत्नी के एक प्रेमी से संबध हो गये और ताराचंद ने जब उन्हें रंगे हाथ पकड़ा तो पत्नी के प्रेमी का कत्ल कर दिया.
ताराचंद जेल गया तो पत्नी और घरवालों ने उससे पल्ला झाड़ लिया. घरवाले उसकी मदद तो दूर, जेल में मुलाकात करने तक नहीं पहुंचे. धारा 302 के आरोपी ताराचंद को उस्मान नाम के एक शख्स ने सहारा दिया और उसके खाने-पीने के इंतजाम से लेकर उसे कानूनी मदद भी दिलाई और वह जिस बैरक में रहता था वहां कुछ मुस्लिम लोग भी थे और वह नमाज पढ़ते थे. उसने भी उनके साथ नमाज पढ़ना शुरू कर दी और वह उन्हीं के लिए काम करने लगा, उनके कपड़े धोना और खाने की तैयारी करना, वह सब जेल में रहकर ही उनके साथ काम करने लगा और उसने दाढ़ी भी रख ली.
ताराचंद का कहना था कि उन लोगों की दोस्ती उसे इस्लाम के करीब ले गई तो उसने दाढ़ी रख ली और नमाज पढ़ने लगा लेकिन उसने हिंदू देवी-देवताओं की पूजा भी जारी रखी. ताराचंद ईश्वर और अल्लाह दोनों की इबादत करता है.
ताराचंद पैरोल पर कुछ दिन पहले अपने घर पहुंचा और वहां पर वह नमाज पढ़ने लगा और उसने दाढ़ी रख रखी थी जिसका इलाके के लोगों ने विरोध किया और उस पर धर्मांतरण करने का आरोप लगाया. मामला जब बढ़ने लगा तो शुक्रवार के दिन ताराचंद ने दाढ़ी कटवा दी.
ताराचंद का कहना है कि इलाके के कई लोगों ने उस पर दाढ़ी कटवाने के लिए दबाव बनाया और दाढ़ी ना कटवाने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी जिसके बाद उसने अपनी दाढ़ी कटवा ली. उसका यह भी कहना है कि उसको पुलिस ने भी बुलाया था और उसके सारे कागजातों की जांच की जिसमें उसका नाम ताराचंद ही था. अधिकारियों ने उसे जांच पड़ताल की और भेज दिया. हालांकि ताराचंद का यह भी कहना है कि उसके ऊपर ना ही तो किसी का दबाव था और ना ही उसको किसी ने कोई पैसे का लालच दिया. वह अपने मन से ही नमाज पढ़ता है.
इस मामले में मेरठ पुलिस कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है और सिर्फ जांच की बात कह कर मामले से बचती नजर आ रही है. मामले में अभी जांच की बात कह रही है.
इस मामले में स्थानीय नेता दुष्यंत तोमर ने शिकायत की और कहा कि आखिर जेल के अंदर कैसे यह धर्मांतरण हो गया इसकी जांच होनी चाहिए और कहा कि ये एक गिरोह है. इस का जल्द खुलासा होना चाहिए और ऐसे लोगों को सज़ा होनी चाहिए.
मेरठ जेल में धर्मांतरण के मामले में डीएम मेरठ के. बालाजी का कहना था कि इस संबंध में जेल अधीक्षक और पुलिस अधीक्षक दोनों से बात की गई है. जहां तक जेल अधीक्षक ने उन्हें अपराधी के इतिहास के बारे में भी बताया है जिनके ऊपर आरोप है क‍ि इन्होंने धर्म परिवर्तन करा दिया है. यह दोनों अलग-अलग बैरक में रह रहे हैं और जेल अधीक्षक को यह निर्देश‍ित किया गया है क‍ि ऐसी कोई गतिविधि जेल के अंदर नहीं चले. इसके संबंध में वो अलग दृष्टि रखें. गांव में इन गतिविधियों की जो शिकायतें मिली हैं, इस संबंध में भी कार्रवाई की है और सबसे पूछताछ की है. कोई भी अपराध इसमें यदि परिलक्षित पाया जाता है तो पुलिस इसमें तत्परता से कार्रवाई भी करेगी. फिलहाल हम लोग जो भी गतिविधियां चल रही हैं, उस पर पृथक दृष्टि रखे हुए हैं. दाढ़ी काटने के आरोप को लेकर बताया. इस संबंध में पुलिस छानबीन कर रही है कि यदि ऐसी कोई आपराधिक कार्रवाई हुई है तो आपराधिक कार्य हुआ ही तो पुलिस ज़रूर उसे संज्ञान में लेगी.
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