यमुनानगर। यमुनानगर के साढौरा में हुए दोहरे हत्याकांड मामले को पुलिस ने 24 घंटे में सुलझा लिया है। दंपत्ति की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उनके नाबालिग पोते ने की थी। जमीन विवाद को लेकर पोते ने ही अपने दादा दादी की हत्या की थी। दरअसल, दादा के पास एक करोड़ से ज्यादा की प्रापर्टी होने पर भी उसका बेटा मजदूरी कर अपना घर चला रहा था। घर में आर्थिक संकट के चलते नाबालिग पोता भी स्कूल छोड़ कर पिता की तरह ही मजदूरी करने लगा था। कई बार दादा और पोते में झगड़ा हुआ, जिससे रिश्तों में दरार बढ़ती चली गई। इसी बीच बीते मंगलवार को पोते ने दादा और दादी को मौत की नींद सुला दिया।
बता दें कि यमुनानगर के गांव बकाला में मंगलवार दोपहर बाद रोशन लाल (70) व उनकी पत्नी परमजीत (55) की निर्मम हत्या कर दी गई थी। दोनों पति-पत्नी के शव गली में पड़़े मिले थे। इस घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस अधीक्षक कमलदीप गोयल, पुलिस की विभिन्न टीमों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे थे और आसपास के लोगों से पूछताछ की थी।
मृतक रोशन लाल पीडब्ल्यूडी से सेवानिवृत था। सेवानिवृति के बाद उसने गांव में करियाना की दुकान की हुई थी। मृतक रोशन 9 महीने पहले ही शादी करके परमजीत को अपने घर लाया था। इस बारे थाना साढौरा प्रभारी बलबीर सिंह ने बताया कि उनकी टीम ने बुजुर्ग दंपत्ति के 16 वर्षीय नाबालिग पोते को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने दोनों की गंडासी से हमला कर हत्या की थी। उन्होंने कहा कि आरोपी को कोर्ट में पेश कर बाल सुधार गृह में भेज दिया है।