नोएडा। कारोबारी कृष्ण शर्मा के बेटे कुणाल हत्याकांड का पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया। कुणाल के मौसेरे भाई ने ढाबा हथियाने के लिए अपने दो दोस्तों और एमबीबीएस की छात्रा के साथ मिलकर उसका अपहरण किया और जेपी विश टाउन सोसाइटी में ले जाकर उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने महिला समेत चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर वारदात में इस्तेमाल कार, कुणाल का मोबाइल, कपड़े और बैग बरामद कर लिया है।
कासना स्थित सीएनजी पंप के समीप बने शिवा ढाबे से कारोबारी कृष्ण शर्मा के बेटे कुणाल का एक मई की दोपहर अपहरण कर लिया गया था। अपर पुलिस आयुक्त मुख्यालय बबलू कुमार ने बताया कि इस मामले में मुख्य आरोपी मनोज शर्मा और उसके दोस्त हिमांशु, कुणाल भाटी और एमबीबीएस की छात्रा तन्वी को गिरफ्तार किया है। कारोबारी कृष्ण शर्मा का शिवा ढाबे को लेकर अपने रिश्तेदार मनोज शर्मा से विवाद था। मनोज ने कृष्ण शर्मा से ब्याज पर पैसा लिया था, लेकिन वह पैसा नहीं चुका पाया। इसके चलते कृष्ण शर्मा ने उससे ढाबा ले लिया।
मनोज के मन में अंदर ही अंदर कृष्ण शर्मा के खिलाफ टीस थी। वह कृष्ण शर्मा से बदला लेना चाहता था। इसके लिए उसने कृष्ण शर्मा के संपर्क में रहना शुरू कर दिया। कृष्ण शर्मा उस पर विश्वास करने लगा। मनोज शर्मा ने कृष्ण शर्मा से अपने दोस्त हिमांशु को करीब ढाई लाख रुपये ब्याज पर दिलवा दिए। हिमांशु ने कुछ दिनों तक ब्याज दिया, लेकिन फिर ब्याज देना बंद कर दिया और मूल भी नहीं दिया।
हिमांशु का भी शिवा ढाबे पर आना-जाना था। कुणाल अक्सर हिमांशु को पैसे के लिए टोकता था। यह बात हिमांशु को नागवार गुजरने लगी। मनोज शर्मा और हिमांशु ने मिलकर साजिश रची कि यदि कुणाल की हत्या कर दी जाए तो उसे ढाबा मिल जाएगा। मनोज ने हिमांशु को ढाबे में पार्टनर बनने का भी लालच दिया। हिमांशु ने एमबीबीएस की छात्रा और अपनी प्रेमिका तन्वी और दोस्त कुणाल भाटी के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया। पुलिस के मुताबिक शिवा ढाबे से अपहरण करने के बाद आरोपी चूहड़पुर के रास्ते नोएडा सेक्टर-127 जेपी विश टाउन सोसाइटी पहुंचे। यहां हिमांशु ने किराये पर फ्लैट ले रखा था। इसी फ्लैट में रात को कुणाल की हत्या की गई। कुणाल के कार में बैठने के बाद उसके मुंह पर टेप लपेट दी गई और हाथ-पैर भी टेप से बांध दिए गए। पुलिस के मुताबिक मुंह दबाकर और सिर दीवार में मारकर हत्या की घटना को अंजाम दिया गया था। इसके बाद रात के समय कुणाल के शव को ब्रीफकेस में पैक किया गया। ब्रीफकेस को गाड़ी की डिग्गी में रखकर बुलंदशहर की गंग नहर में ले जाकर शव फेंका गया था। इसके बाद बदमाश वापस आकार अपने फ्लैट पर रुके थे।