बीजेपी नेता की हत्या: सलाखों के पीछे पत्नी और प्रेमी, चाय में दी नींद की गोलियां
कानपुर: कानपुर में बीजेपी बूथ अध्यक्ष मुकेश नारंग की हत्या की गई थी। मुकेश की पत्नी दिव्या ने ही अपने प्रेमी संजय पाल के साथ मिलकर पति को मौत के घाट उतारा था। पत्नी ने पहले पति को चाय में मिलाकर नींद की कई गोलियां खिलाईं। फिर प्रेमी को अपने घर बुला लिया और पति का गला घोट दिया। पुलिस ने भाजपा नेता की पत्नी और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है।
गोविंदनगर पांच ब्लॉक निवासी मुकेश नारंग बीजेपी में गोविंद नगर बूथ 14 के अध्यक्ष थे। बीते 24 नवंबर देर रात मुकेश की संदिग्ध परिस्थितियों में घर पर मौत हो गई थी। मुकेश का शव बिस्तर पर औंधे मुंह पड़ा था और बगल में सल्फास की गोलियां पड़ी मिली थीं। घटना के वक्त पत्नी दिव्या सामने रहने वाली ननद वंदना के घर चली गई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जहां जहर खाने से मौत की पुष्टि हुई थी। हालांकि गले में चोट के निशान भी मिले थे।
पुलिस इसे आत्महत्या मान कर चल रही थी, लेकिन बीजेपी के महामंत्री सुनील नांरग समेत अन्य नेता हत्या की ओर इशारा करते हुए पुलिस से गहनता से जांच की मांग कर रहे थे। इसके बाद हरकत में आई पुलिस ने खोजबीन शुरू की।
इधर पत्नी की व्हाट्सएप चैट भी वायरल हुईं। इसमें कई लोगों से उसके संबंध के बारे में भी पता चला। प्रयागराज निवासी संजय पाल के साथ भी चैट सामने आई। इसके बाद परिजनों से पूछताछ करने के साथ ही सर्विलांस सेल का सहारा लिया गया। पत्नी से कड़ाई से पूछताछ की गई तो मामले का खुलासा हो गया।
मुकेश नारंग की दो वर्ष पहले कौशांबी निवासी दिव्या से शादी हुई थी। मुकेश की यह दूसरी शादी थी। पहली पत्नी दादानगर निवासी बबिता से तलाक हो गया था। दिव्या का शादी से पहले पड़ोस में रहने वाले संजय पाल से प्रेम संबंध थे। शादी के बाद भी दिव्या की संजय से बातचीत होती रहती थी। जिसका खुलासा दिव्या की वाट्सएप चैट व कॉल डिटेल रिकार्ड से हुआ। एडीसीपी अंकित शर्मा ने बताया कि मुकेश को दोनों के प्रेम संबंधों की जानकारी हो गई थी। इसके बाद दिव्या ने मुकेश को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया था।
पूछताछ में दिव्या ने बताया कि छह माह पूर्व भी उसने मुकेश को खाने में जहरीला पदार्थ देकर मारने का प्रयास किया था। लेकिन तबीयत बिगड़ने पर परिजनों ने उसे अस्पताल में भर्ती करा दिया था, जिससे उसकी जान बच गई थी। इसके बाद से दिव्या व संजय लगातार मुकेश की हत्या करने के नए तरीके खोजने लगे थे।
बीते शुक्रवार, 24 नवंबर को संजय कौशांबी से ट्रेन से गोविंदनगर पहुंचा। करीब 8 बजे घर में दाखिल हो गया। इसके बाद दिव्या ने चाय में मुकेश को 10 से अधिक नींद की गोलियां दे दीं, इसके बाद भी मुकेश के शरीर में हरकत रही तो दिव्या ने उसके पैर पकड़े और मुकेश ने गला घोट दिया। हत्या के बाद संजय घर से निकला, ढाबे में नाश्ते करने के बाद ट्रेन पकड़ कर कौशांबी के लिए निकल गया।
वारदात वाली रात प्रेमी के जाने के बाद दिव्या करीब 10 बजे सामने रहने वाली मुकेश की बहन वंदना के घर चली गई थी। पूछने पर बताया कि मुकेश के कुछ दोस्त आने वाले हैं, उन्होंने कहा है कि बुलाने पर ही आना। देर रात करीब 3 बजे वह अपने भांजे गौरव के साथ घर पहुंची, तो मुकेश जमीन पर पड़ा मिला था। एसीपी बाबूपुरवा अमरनाथ यादव के अनुसार बहन वंदना की तहरीर पर मुकेश की पत्नी दिव्या व उसके प्रेमी पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।