अंकित गुर्जर का हत्या : डीआईजी ने महानिदेशक को रिपोर्ट सौंपी, विभागीय जांच में जेल कर्मियों की लापरवाही आई सामने
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। तिहाड़ जेल में अंकित गुर्जर की हत्या के बाद हुए विभागीय जांच में कुछ जेल कर्मियों की लापरवाही सामने आई है। हत्या के बाद डीआईजी जेल मामले की जांच कर रहे थे। डीआईजी जेल ने मामले की जांच की विस्तृत रिपोर्ट सोमवार को जेल महानिदेशक को सौंपी है।
जेल महानिदेशक संदीप गोयल ने कहा कि जिन कर्मियों की लापरवाही सामने आई है, उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी। गुर्जर चार अगस्त को अपने सेल में अचेत अवस्था में मिला था जबकि उसके दो साथी घायल अवस्था में पाए गए थे।
अधिवक्ता महमूद प्राचा और शारिक निसार के माध्यम से परिवार की ओर से एक याचिका में आरोप लगाया कि गुर्जर को जेल अधिकारियों की ओर से परेशान किया जा रहा था। क्योंकि जेल कर्मियों के नियमित रूप से पैसे की बढ़ती मांग को पूरा करने में वह असमर्थ था। इसलिए साजिश के तहत उसकी हत्या कर दी गई। दिल्ली उच्च न्यायालय ने भी इसे हिरासत में हुई हिंसा माना था।
शुरूआती जांच में पाया गया कि गुर्जर ने उपाधीक्षक को थप्पड़ मार दिया था। जिसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने उसकी पिटाई कर दी थी। जेल अधिकारियों ने बताया कि अंकित के सेल ने मोबाइल फोन मिला था। जिसकी वजह से उसे दूसरे सेल में शिफ्ट किया जा रहा था। इस दौरान वह उग्र हो गया। जेल कर्मियों ने उसे अलग सेल में भेज दिया। जहां अगले दिन उसका शव मिला। इस मामले में जेल उपाधीक्षक समेत चार जेल कर्मियों को निलंबित कर दिया गया और आठ को जेल संख्या तीन से दूसरे जेल में भेज दिया गया।