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मुंडका अग्निकांड: शव के इंतजार में सूख गए आंसू, 26 परिवारों का कराया जा रहा DNA टेस्ट
jantaserishta.com
17 May 2022 6:44 AM GMT
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नई दिल्ली: दिल्ली के मुंडका में लगी भीषण आग में जलकर कई जिंदगियां राख हो गई थीं. कुछ लोगों के शव बिल्डिंग से निकाले गए थे तो कुछ लोगों को रेस्क्यू कर उपचार के लिए अस्पतालों में भर्ती करा दिया गया. जो जले शव बिल्डिंग से निकाले गए, उनमें से कई इस कदर झुलस चुके हैं कि इनकी पहचान करना भी पुलिस-प्रशासन के लिए चुनौती बन गया है.
शवों की शिनाख्त में आ रही समस्या से निजात पाने के लिए अब पुलिस प्रशासन ने डीएनए टेस्ट और बायो प्रोफाइलिंग कराने का निर्णय लिया है. समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक दिल्ली पुलिस 27 शवों की पहचान के लिए डीएनए टेस्ट कराएगी. इसके लिए फॉरेंसिक विशेषज्ञों ने 26 परिवारों का डीएनए टेस्ट और बायो प्रोफाइलिंग कराई जा रही है.
दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी के मुताबिक डीएनए टेस्ट के लिए फॉरेंसिक विशेषज्ञों ने 26 परिवारों से सैंपल एकत्र किए हैं. ये नमूने ऐसे परिवारों से लिए गए हैं जिन्हें इस अग्निकांड में अपने किसी परिजन के मरने की आशंका है. मुंडका की चार मंजिला इमारत में लगी आग के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान 27 जले शव निकाले गए थे. अधिकारी के मुताबिक 20 लोगों के बायोलॉजिकल सैंपल भी लिए गए हैं.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक मुंडका अग्निकांड की जांच के दौरान कई खामियां पाई गई हैं जो कई लोगों के लिए जानलेवा साबित हो गईं. दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया है कि चार मंजिला इमारत के बेसमेंट में कई बहुत ज्वलनशील वस्तुएं रखी हुई थीं. सीढ़ियों पर बैट्री और इनवर्टर रखकर इन्हें बंद कर दिया गया था. यहां आने और जाने के लिए एक ही रास्ता था. अधिकारी के मुताबिक वहां कोई भी अग्निशमन सिस्टम काम नहीं कर रहा था.
दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने कहा है कि मामले की जांच के लिए अथॉरिटीज, सिविक बॉडी से कागजात भी उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है. अधिकारी के मुताबिक बिल्डिंग का मालिक मनीष लाकड़ा रियल स्टेट के कारोबार से जुड़ा है. बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर पर एक दुकान भी थी. मामले की जांच की जा रही है.
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