मुंबई आतंकी हमले के शहीद हेमंत करकरे को सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने देशभक्त मानने से ठुकराया
बीजेपी सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि एक इमरजेंसी साल 1975 में लगाई गई थी जिस वक्त इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री थीं और दूसरी बार देश में इमरजेंसी जैसी स्थिति 2008 में बनी. मध्य प्रदेश में शुक्रवार को आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान प्रज्ञा ने कहा कि यह स्थिति उस वक्त बनी जब मालेगांव बम विस्फोट केस में उन्हें जेल के अंदर डाला गया था बीजेपी सांसद ने कहा कि मैंने स्वंय उस चीज को देखा भी है और झेला भी है और सुना भी है. मेरे आचार्य जी जिन्होंने मुझे कक्षा आठ में पढ़ाया उनकी हेमंत करकरे ने ऊंगलियां तोड़ दी. शिक्षक से पूछा कि बताओ वो क्या करती थीं. प्रज्ञा ने कहा कि हेमंत करकरे को लोग देशभक्त कहते हैं जबकि वास्तव में जो देशभक्त हैं, उन्हें देशभक्त नहीं कहते हैं
#WATCH | BJP MP Pragya Thakur says, "An Emergency was imposed in 1975 & an Emergency-like situation had formed in 2008 when Sadhvi Pragya Singh Thakur was jailed in Malegaon blast case...People call Hemant Karkare a patriot, but those who are real patriots don't call him one..." pic.twitter.com/UgplzFd1d7
— ANI (@ANI) June 25, 2021