यूपी। उत्तर प्रदेश (UP Election) के जौनपुर (Jaunpur) में सातवें चरण के चुनाव प्रचार के लिए बुधवार को BJP के स्टार प्रचारक सांसद मनोज तिवारी (Manoj Tiwari) नें BJP की सहयोगी निषाद पार्टी के उम्मीदवार के लिए पट्टीनरेन्द्रपुर में जनसभा को सम्बोधित किया. BJP सांसद मनोज तिवारी नें अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पर हमला बोलते हुए कहा कि वो आतंकियों (Terrorist) के साथ फोटो खिंचवाते हैं जबकि BJP आतंकियों को फ़ोटो में टांगना चाहती है. दोनों में अंतर स्पष्ट है आप सभी जानते है इसी बार को लेकर विपक्षियों को कष्ट भी है. उन्होंने कहा कि आतंकियों का साथ देंने वाले लोगों को जनता 7 मार्च सबक सिखाएगी.
इस दौरान मनोज तिवारी नें BJP की सहयोगी निषाद पार्टी के उम्मीदवार रमेश सिंह को जिताने की अपील भी की. शाहगंज विधानसभा के नेशनल इंटर कालेज पट्टीनरेंद्रपुर में जनसभा के दौरान BJP सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि यह आप सभी को यह जानकर गर्व होगा कि यूक्रेन और रशिया में युद्ध चल रहा है. वहां से लोग निकलते समय भारतीय तिरंगे को लेकर निकल रहे हैं. तिरंगा देखकर कोई उनके ऊपर अटैक नहीं कर रहा है. पाकिस्तान के लोग भी अब वहां से भारतीय तिरंगा झंडा लगाकर वहां से बचकर निकल रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम युद्ध के विरुद्ध हैं. हम शान्ति चाहते वाले लोग हैं. पाकिस्तान की चुटकी लेते हुए मनोज तिवारी ने कहा कि पाकिस्तान की एम्बेसी का ट्वीट आया था कि उनके पास यूक्रेन में फंसे पाकिस्तानी नागरिकों को यूक्रेन से वापस लाने के लिए पैसे नहीं है. जबकि भारत सरकार ने यूक्रेन में फंसे 20 हज़ार भारतीयों में से 14 हज़ार लोगों को यूक्रेन से वापस ला चुकी है.
आपको सोचकर ये गर्व होगा कि किसी भी भारतीय बच्चे से भारत सरकार एक रुपये भी किराया नहीं लिया. उन्होने अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा कि ऐसा तभी होता है जब हमें अपने लोगों से अपनें समाज से प्यार होता है, वरना लोग टोंटी लेकर फ़रार हो जाते हैं. स्वामी प्रसाद मौर्य की चुटकी लेते हुए मनोज तिवारी ने कहा कि BJP में एक नेता थे जो 5 साल मंत्री भी रहे. उन्हें 5 साल में मोदी सरकार से कभी कोई दिक्कत नही हुई, जो 15 दिन पहले तक योगी-मोदी की तारीफ कर रहे थे. उन्हें BJP से जाने के बाद अब दिक्कत होनें लगी. एकदिन एयरपोर्ट पर संयोग से स्वामी जी मिल गए. मनोज तिवारी ने कहा कि उन्होंने स्वामी जी से पूछा कि वो पार्टी क्यों छोड़ दिये तो स्वामी जी ने कहा कि वे बहुत तनाव में हैं. उनके समाज को भले ही योगी-मोदी की योजनाओं का लाभ मिला हो लेकिन उन्हें क्या मिला, उन्हें कुछ नहीं मिला इसलिए उन्होनें पार्टी छोड़ दी.