500 से अधिक प्राध्यापकों और शोध छात्रों जुड़े #Academics4NaMo अभियान से
दिल्ली। जैसे-जैसे आमचुनाव नजदीक आ रहे हैं वैसे-वैसे अलग-अलग क्षेत्र में राजनीतिक सरगर्मियां बढती जा रही हैं। अलग-अलग समूह चुनावी मोड में जाते नजर आ रहे हैं। ऐसे में प्राध्यापकों और शोधकर्ताओं के बीच काम करने वाले एक समूह एकेडमिक्सफॉरनेशन ने एक अभियान शुरू किया है जिसका नाम है एकेडमिक्सफॉर नमो (#Academics4NaMo)। अब एक इससे …
दिल्ली। जैसे-जैसे आमचुनाव नजदीक आ रहे हैं वैसे-वैसे अलग-अलग क्षेत्र में राजनीतिक सरगर्मियां बढती जा रही हैं। अलग-अलग समूह चुनावी मोड में जाते नजर आ रहे हैं। ऐसे में प्राध्यापकों और शोधकर्ताओं के बीच काम करने वाले एक समूह एकेडमिक्सफॉरनेशन ने एक अभियान शुरू किया है जिसका नाम है एकेडमिक्सफॉर नमो (#Academics4NaMo)। अब एक इससे पांच सौ से अधिक प्राध्यापक और शोध छात्र जुड़ चुके हैं। इसकी पहली बैठक दिल्ली विश्वविद्यालय के साउथ कैंपस में आयोजित की गई जिसमें जेएनयू, दिल्ली विश्वविद्यालय, आईआईटी, अंबेडकर विश्वविद्यालय, आईआईएमसी सहित कई अन्य शैक्षिक प्रतिष्ठानों के प्राध्यापक और शोध छात्र एकत्रित हुए।
एकेडमिक्सफॉरनमो का उद्देश्य मोदी सरकार द्वारा पिछले दस सालों में किए गए कामों के बारे बौद्धिक जगत को बताना है। आने वाले दिनों में देश के अगल-अलग शिक्षण संस्थानों, थिंक टैंक्स और शोध संस्थानों में ऐसी सैकड़ों बैठकें आयोजित की जाएंगी और मोदी सरकार की उपलब्धियों पर चर्चा होगी।
दिल्ली में आयोजित बैठक में दिल्ली विश्वविद्यालय साउथ कैंपस के निदेशक और एकेडमिक्सफॉर नेशन के सलाहकार परिषद के सदस्य प्रो. प्रकाश सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री द्वारा परिकल्पित विकास यात्रा के माध्यम से भारत के लिए अपना गौरव पुनः प्राप्त करने का यही सही समय है। हमें ये संदेश देश के विचारकों, चिंतकों, लेखकों और शोधकर्ताओं तक लेकर जाना है। ऐसा तभी संभव है जब 2024 में फिर से नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री पद पर आसीन हों।
एकेडमिक्सफॉरनेशन के संयोजक डॉ. देवी दयाल गौतम ने बताया कि इस पहल का उद्देश्य विद्वतापूर्ण उद्यम के माध्यम से सकारात्मक नैरेटिव और सही विमर्श तैयार करते हुए लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वापसी सुनिश्चित करना है।
एकेडमिक्सफॉरनेशन के संस्थापक और पूर्व में संयोजक डॉ. स्वदेश सिंह ने बताया कि इसी तरह का प्रयास 2019 के आम चुनाव में भी किया गया था जिसे काफी सराहा गया था। उनका कहना था कि नंबर की लड़ाई तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जीत चुके हैं अब समय है कि नैरेटिव को ठीक तरीके से प्रस्तुत किया जाए। बैठक मे मौजूद अन्य प्राध्यापकों ने भी इस अभियान को प्रभावशाली ढंग से चलाने के लिए अपने सुझाव प्रस्तुत किए।
इस बैठक में यह संकल्प लिया गया कि यह अभियान मंथन, संवाद और अपनी गतिविधियों के माध्यम से 2024 के चुनाव में पीएम मोदी के पक्ष में बौद्धिक वातावरण बनाने में मदद करेगा। बैठक में एकेडमिक्सफॉर नमो की नई वेबसाइट www.academics4namo.com का भी प्रस्तुतीकरण किया गया।