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छापेमारी जारी: पश्चिम बंगाल में दो दिनों में मिले 200 से ज्यादा जिंदा बम, मचा हड़कंप, सुलगाने की थी साजिश

jantaserishta.com
27 March 2022 12:06 PM GMT
छापेमारी जारी: पश्चिम बंगाल में दो दिनों में मिले 200 से ज्यादा जिंदा बम, मचा हड़कंप, सुलगाने की थी साजिश
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नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में बीते दो दिनों में अलग-अलग इलाकों से अब तक 200 से ज्यादा जिंदा बम मिल चुके हैं. राज्य में लगातार बम मिलने की शिकायत के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आदेश पर पुलिस बड़े पैमाने पर छापेमारी अभियान चला रही है. इसी क्रम में मुर्शिदाबाद के दो थाना क्षेत्र से 41 जिंदा बम, हथियार और गोला-बारूद बरामद किए गए हैं.

रविवार की सुबह पुलिस ने रेजिनगर थाना क्षेत्र के एकदला मधुदला में एक खेती की जमीन से तीन ड्रम बम बरामद किया है. पुलिस अब पूरे इलाके को घेर कर तलाशी ले रही है और बम निरोधक दस्ते को भी सूचना दी गई है.
रेजिनगर पुलिस के मुताबिक तीन ड्रम में 31 जिंदा बम पाए गए हैं. बम स्क्वॉड की एक टीम मौके पर पहुंची और उसे डिफ्यूज किया. वहीं रानीनगर थाना क्षेत्र के नजराना में केले के खेत से दस जिंदा सॉकेट बम बरामद हुए हैं.
वहां भी मौके पर बम निरोधक दस्ते को बुलाया गया है. रानीनगर थाना क्षेत्र के हरुदंगा से तीन बम, एक शटर पाइप गन और चार कारतूस भी बरामद किए गए हैं. आर्म्स एक्ट के मामले में पुलिस ने प्रताप मंडल नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है.
बता दें कि एक दिन पहले ही पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के रामपुरहाट में 40 देसी बम बरामद किए गए हैं. बमों को चार बाल्टियों में छिपाकर एक निर्माणाधीन मकान के पिछले हिस्से में रखा गया था. मामले को लेकर बीरभूम के पुलिस अधीक्षक नागेंद्र नाथ त्रिपाठी का कहना है कि जांच पड़ताल जारी है.
पुलिस सूत्रों के अनुसार, शुक्रवार से अब तक पूरे बीरभूम में कुल 170 देसी बम बरामद हुए हैं. रामपुरहाट के बोगटुई गांव से सटे मार्गराम में एक निर्माणाधीन इमारत से पुलिस ने कच्चे बम से भरी 4 और बाल्टी बरामद की, जिसमें करीब 40 बम थे. शुक्रवार को 5 बाल्टी कच्चे बम मारग्राम से ही बरामद हुए थे.
बीते दिनों बीरभूम में हिंसा होने और कई लोगों के घर जला दिए जाने के मामले में सीबीआई (CBI) एक्शन मोड में है. इस मामले में गिरफ्तार 21 आरोपियों के खिलाफ सीबीआई ने दंगे से जुड़ी धाराएं लगाई हैं. साथ ही जांच के लिए सीबीआई की फोरेंसिक टीम रामपुरहाट इलाके में पहुंच गई है. यहां सीबीआई की टीम मामले से संबंधित फाइलों और दस्तावेजों को अपने कब्जे में ले रही है.
दरअसल बीरभूम जिले के रामपुरहाट में टीएमसी नेता की हत्या के बाद हिंसा भड़क गई थी. यहां कई घरों को आग के हवाले कर दिया गया था. आग से जलकर 2 बच्चों समेत 8 लोगों की मौत हो गई थी. इसमें 3 महिलाएं भी शामिल थीं.




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